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कॉलोनी नंबर चार को अलॉटमेंट के बाद भी बच गए 2500 फ्लैट

मलोया में 2500 से अधिक फ्लैट चंडीगढ़ हाउसिग बोर्ड के पास बच गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Aug 2019 10:51 PM (IST)Updated: Fri, 23 Aug 2019 10:51 PM (IST)
कॉलोनी नंबर चार को अलॉटमेंट के बाद भी बच गए 2500 फ्लैट
कॉलोनी नंबर चार को अलॉटमेंट के बाद भी बच गए 2500 फ्लैट

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कॉलोनी नंबर चार के बाशिंदों को पक्के फ्लैट मिलने के बाद अभी भी मलोया में 2500 से अधिक फ्लैट चंडीगढ़ हाउसिग बोर्ड के पास बच गए हैं। कॉलोनी नंबर चार को हटाने के बाद अब प्रशासन शहर में दूसरी जगह पर बसी पुरानी कॉलोनियों को हटाने की तैयारी कर रहा है। इससे पहले इन कॉलोनियों के बायोमीट्रिक सर्वे वाले लाभार्थियों को मलोया में फ्लैट देने की प्रक्रिया पर काम होगा। जो भी लोग योग्य होंगे, उन्हें फ्लैट दिए जाएंगे। इसके लिए सीएचबी नई स्कीम लांच करेगा। उस स्कीम के तहत ही यह फ्लैट दिए जाएंगे। इसके बाद बाकी कॉलोनियों को हटाकर शहर को स्लम फ्री बनाया जाएगा। हालांकि कच्ची कॉलोनियों को हटाने से पहले प्रशासन को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों का ध्यान भी रखना होगा। जिसमें कोर्ट ने कच्ची कॉलोनियों को जनवरी तक हटाने पर रोक लगाई है। दरअसल सीएचबी ने पुनर्वास योजना के तहत मलोया में पांच हजार फ्लैट तैयार किए थे। लेकिन इनमें से 2300 योग्य लाभार्थियों को ही फ्लैट आवंटित किए जा चुके हैं। 2500 से अधिक फ्लैट अभी भी खाली पड़े हैं। जर्जर हो रहे खाली पड़े फ्लैट

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सीएचबी ने मलोया में कई टावर में फ्लैट तैयार किए हैं। इनमें से कॉलोनी नंबर चार के योग्य लाभार्थियों को तो फ्लैट मिल चुके हैं। लेकिन जो 2500 फ्लैट खाली पड़े हैं। वह खाली पड़े जर्जर हो रहे हैं। नशेड़ियों का अड्डा बन रहे हैं। इनमें खिड़कियों के कांच टूट चुके हैं। कई अन्य तरह के सामान चोरी हो रहे हैं। जल्द इन फ्लैट का आवंटन नहीं हुआ तो इनमें लोहे और अन्य तरह का सामान नहीं बचेगा।


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