23 दिन बाद भी ठंडे बस्ते में पीएम मोदी की तस्वीर लगा नकली मास्क बेचने का मामला
नकली मास्क बेचने के मामले में 23 दिन बाद भी यूटी पुलिस खाली हाथ है।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाकर खादी ग्रामोद्योग के नाम पर नकली मास्क बेचने के मामले में 23 दिन बाद भी यूटी पुलिस खाली हाथ है। मामले में खादी ग्रामोद्योग आयोग ने एसएसपी को शिकायत दी थी। जिसमें आरोपित महिला खुशबू के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई के साथ सामान जब्त करने की मांग की गई थी। इसके अलावा मास्क की ब्रांडिग के लिए पैकेट पर केंद्र सरकार के दो स्लोगन का भी इस्तेमाल किया गया। प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के साथ खादी ग्रामोद्योग आयोग से जुड़े इस हाई प्रोफाइल फर्जीवाड़े के मामले में यूटी पुलिस विभाग के पास कोई जवाब नहीं है। 27 जुलाई को खादी ग्रामोद्योग आयोग (केवीआइसी) की तरफ से पुलिस में शिकायत आई थी। जिसमें विनय कुमार सक्सेना ने बताया कि चंडीगढ़ की महिला ने पीएम मोदी की तस्वीर के साथ केंद्र सरकार के स्लोगन का गैरकानूनी तरीके से इस्तेमाल कर खादी ग्रामोद्योग के खादी ब्रांड की नकली मास्क बेच छवि खराब की गई है। मेक इन इंडिया और लोकल फॉर वोकल का भी इस्तेमाल
केवीआइसी ने अपनी शिकायत में लिखा था कि चंडीगढ़ की खुशबू नामक महिला बिना किसी अधिकार और उनकी अनुमति खुद निर्मित मास्क की बिक्री में लिप्त है। लोगों को गुमराह करने के लिए पैकेट पर पीएम की तस्वीर के साथ केंद्र सरकार के 'मेक इन इंडिया' और 'लोकल फॉर वोकल' पहल को भी इस्तेमाल कर प्रचार कर रही है। जबकि इस तरह का अधिकार किसी भी निजी संस्थान या फर्म को नहीं है। यूटी पुलिस अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला
यूटी पुलिस अधिकारियों के पास आरोपित महिला के बारे में अब तक एक भी जानकारी नहीं होने के साथ जांच पर भी सटीक जवाब भी नहीं है। इस संबंध में पीआरओ चरणजीत सिंह विर्क ने भी केस स्टेटस पता करने का बयान देकर पल्ला झाड़ लिया।