2018 के अंत तक शुरू होगा राम मंदिर का काम : दीन दयालु
ख्वाब से नहीं, अध्यात्म से पीएम बन सकते है : राहुल गांधी वोटों की राजनीति दे रही पाखंडी
ख्वाब से नहीं, अध्यात्म से पीएम बन सकते है : राहुल गांधी
वोटों की राजनीति दे रही पाखंडी बाबाओं को बढ़ावा
जागरण संवाददाता, पंचकूला
देश को अयोध्या के राम मंदिर की बहुत जरूरत है। 2018 समाप्त होते-होते राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। राम मंदिर का निर्माण कार्य पहले शुरू हो जाता लेकिन राजनीतिक अड़चनों के चलते शुरू नहीं हो पा रहा है। यह बात विख्यात भागवत भूषण स्वामी दीन दयालु जी महाराज ने पंचकूला में कही। उन्होंने बताया कि राम मंदिर बनाने के लिए संकल्प जरूरी है। हिंदू धर्म में गाय का बहुत महत्व है, लेकिन दुख की बात है कि आज भी गऊओं की हत्या रुक नहीं पाई है। इसके पीछे भी राजनीतिक दबाव एवं प्रलोभन है। जब तक शिक्षा में अध्यात्म नहीं होगा, तब तक देश आगे नहीं बढ़ सकेगा। पंचकूला पहुंचने पर सेक्टर-6 में पत्रकार वार्ता में दीन दयालु जी महाराज ने कहा कि अध्यात्म शक्ति बड़ी शक्ति है। नरेद्र मोदी भी अध्यात्म शक्ति के बल पर ही चाय बेचते हुए प्रधानमंत्री बने, लेकिन राहुल गांधी अभी प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे है। राहुल गांधी को संयम की बहुत आवश्यकता है। परिवार के आधार पर व्यक्ति ऊंचाई नहीं छू सकता है। राहुल गांधी बाव देखने की बजाय संयम और साधना से काम करेगे, तभी उनका सपना पूरा हो सकता है।
स्वामी दीन दयालु ने कहा कि देश में कई पाखंडी गुरु महात्मा घूम रहे है, जिनके कारण असली साधुओं को नुकसान हो रहा है। ऐसे साधुओं के खिलाफ सरकारों को कड़ा कदम उठाना चाहिए। पिछले दिनों ऐसे पाखंडी साधुओं की लिस्ट भी आई थी, लेकिन शायद किसी दबाव के चलते इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
स्वामी दीन दयालु जी ने कहा कि आज सत्संग से ज्यादा कुसंग हो रहा है। कुसंग के कारण सत्संग का विशेष प्रभाव नहीं हो रहा है। यदि भारत में सत्संग न होता, तो भारत का हाल पाकिस्तान जैसा हो जाता है। कुसंग अधिक है, लेकिन सत्संग से देश बचा हुआ है।