झूठे केस में फंसाने की धमकी दे मांगे 14 हजार, बिचौलिया गिरफ्तार, तीनों कांस्टेबल सस्पेंड
बिचौलिए के खिलाफ सीबीआइ ने क्रप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : मलोया स्थित घर के बाहर बैठे एक व्यक्ति को जबरन उठाकर थाने ले जाने और नशे के झूठे केस में फंसाने की धमकी देने वाले तीन कांस्टेबलों सहित एक बिचौलिए के खिलाफ सीबीआइ ने क्रप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। डीएसपी सीबीआइ आरएस गुंजियाल के नेतृत्व में पीड़ित दीपक सानी की शिकायत के आधार पर मलोया में ट्रैप लगाने के बाद भागा बिचौलिया थोड़ी देर ही ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स के पास से दबोच लिया गया। आरोपित से रिश्वत में लेने वाले 10 हजार रुपये भी सीबीआइ ने बरामद किए हैं। खबर लिखे जाने तक पुलिस पूछताछ में लगी थी। वहीं, पुलिस के आलाधिकारियों के निर्देशानुसार तीनों कांस्टेबलों को संस्पेड कर पुलिस लाइन भेज दिया गया है। सीबीआइ को दी शिकायत में मलोया निवासी दीपक सानी ने बताया कि वह 15 मई की शाम घर के बाहर बैठा हुआ था। इसी दौरान मलोया थाने में तैनात कांस्टेबल नसीब खान और कृष्ण कुमार उसे जबरन थाने ले गए। वहां से मौका पाकर दीपक भाग गया। जिसके बाद कांस्टेबल कृष्ण मलिक, शिव कुमार और नसीब खान ने उस पर नशे का झूठा केस दर्ज करने की धमकी दी। इस दौरान दीपक की तरफ से पैरवी करने गए मलोया ईडब्ल्यूएस फ्लैट में रहने वाले रजत को कांस्टेबल कृष्ण कुमार ने बिचौलिया बना लिया। पुलिस कर्मी ने रजत को कहा कि दीपक को लेकर बीट में आ जाना। वहां पर पुलिस कर्मियों ने 10 हजार में सौदा तय कर जल्द पैसा जमा करवाने के निर्देश दे दिए। जिसके बाद पीड़ित दीपक ने शिकायत सीबीआइ को दी। 17 जून को पुलिस कर्मियों ने पैसे जमा करवाने के लिए दीपक को आखिरी तारीख दी थी। इसी आधार पर सीबीआइ ने ट्रैप लगाकर बिचौलिए की गिरफ्तारी कर ली। बिचौलिए ने तीनों कांस्टेबलों की भूमिका भी अपने बयान में उगल दी है। कोरोना टेस्ट के बाद गुप्त स्थान पर रखा बिचौलिया
सीबीआइ ने बिचौलिए रजत को गिरफ्तार करने के बाद जीएमएसएच-16 में मेडिकल और कोरोना टेस्ट करवाने के बाद गुप्त स्थान पर रखा है। शनिवार को उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही सीबीआइ उससे आगे की पूछताछ और कानूनी प्रक्रिया पूरा करेगी। वहीं, सीबीआइ अभी पड़ताल के बाद तीनों कांस्टेबलों की गिरफ्तारी करने का दावा कर रही हैं।