Move to Jagran APP

हाईवे के मुख्य प्वाइंटों पर 15 लाख से लगाए 13 सीसीटीवी कैमरे खराब

मुख्य प्वाइंटों पर लगाए गए 13 सीसीटीवी कैमरे पिछले तीन साल से खराब पड़े हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Sep 2020 07:09 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 06:16 AM (IST)
हाईवे के मुख्य प्वाइंटों पर 15 लाख से लगाए 13 सीसीटीवी कैमरे खराब
हाईवे के मुख्य प्वाइंटों पर 15 लाख से लगाए 13 सीसीटीवी कैमरे खराब

जागरण संवाददाता, जीरकपुर : जीरकपुर हाईवे के मुख्य प्वाइंटों पर लगाए गए 13 सीसीटीवी कैमरे पिछले तीन साल से खराब पड़े हैं। जीरकपुर, पंचकूला व चंडीगढ़ में किसी भी वारदात को अंजाम देने के बाद संदिग्ध वाहनों को चेक करने व हाईवे पर वाहनों की स्पीड लिमिट कंट्रोल करने के लिए इन सीसीटीवी कैमरों को लगाया गया था। लेकिन अब हालत यह हो चुकी है कि यह कैमरे सफेद हाथी बन चुके हैं। बता दें कि 2015 में 15 लाख रुपये से जीरकपुर हाईवे के मुख्य प्वाइंटों पर 13 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। अब आलम यह है कि इन कैमरों का पुलिस कंट्रोल रूम से संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है। दूसरी तरफ सीसीटीवी कैमरे ठीक कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने 20 बार नगर काउंसिल को पत्र लिखा, पर काउंसिल ने ठीक करना तो दूर, इन पत्रों का जवाब तक नहीं दिया। जब शहर में एक आध सीसीटीवी कैमरे खराब हुए थे, ट्रैफिक पुलिस तब से पत्र लिख रही है, पर ध्यान न देने की वजह से एक-एक करके सभी जगहों पर लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खराब हो चुके हैं। बता दें कि जुलाई 2019 में डीसी ने दौरा किया था। उस समय खराब सीसीटीवी कैमरों और बंद पड़े ट्रैफिक लाइट प्वाइंट्स को लेकर डीसी ने नगर काउंसिल सहित प्रशासनिक अधिकारियों को कैमरों को जल्द ठीक करवाने के निर्देश दिए थे। लेकिन उसके बाद भी इन्हें ठीक नहीं किया गया। दरअसल नगर काउंसिल ने 15 लाख रुपये की लागत से शहर के 13 प्वाइंट पर कैमरे लगाए थे। उनका सीधा लिक बस अड्डे में बने ट्रैफिक इंचार्ज रूम से करवाया गया था। जीरकपुर बस अड्डे में एक रूम में कंट्रोल रूम में स्क्रीन लगाई गई थी, जहां से ट्रैफिक पुलिस कैमरों से सारी गतिविधियों पर नजर रखती थी। यही नहीं, शहर में कोई वारदात होते ही संबंधित थाना पुलिस भी इस कंट्रोल रूम का फायदा उठाती थी, लेकिन अब करीब ढाई साल से ये सारे कैमरे बंद पड़े हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जीरकपुर में उनकी सुरक्षा जीरो है, लेकिन जीरकपुर नगर काउंसिल इस ओर ध्यान नहीं दे रही। जबकि स्थानीय लोग सरकार को टैक्स भी भर रहे हैं, लेकिन न तो रात के समय यहां पेट्रोलिग होती है और न ही इन सीसीटीवी कैमरों का पुलिस को फायदा हो रहा है। खराब  सीसीटीवी के कारण नहीं रही स्पीड लिमिट

loksabha election banner

जब से यहां सीसीटीवी कैमरे खराब हुए हैं, तब से यहां वाहनों की रफ्तार पर कंट्रोल नहीं रहा है। इन सीसीटीवी कैमरों की वजह से वाहनों की स्पीड लिमिट चेक हो जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। दिल्ली से चंडीगढ़ व चंडीगढ़ से दिल्ली जाने वाले वाहनों की रफ्तार 150 से ऊपर होती है। इसी कारण आए दिन जीरकपुर फ्लाईओवर पर रोजाना हादसों में लोग अपनी जान गवां रहे हैं। हाईवे पर सीसीटीवी कैमरे लगाने व ठीक करने के निर्देश दिए थे। अगर उन्हें अब ठीक नहीं किया गया है, तो उसे दोबारा चेक करवा लेता हूं। संबंधित अधिकारियों को जल्द ही हाईवे पर खराब पड़े सीसीटीवी कैमरों को बदलने के लिए कहा जाएगा।

-गिरीश दयालन, डीसी मैंने दो दिन पहले ही जीरकपुर में ट्रैफिक का चार्ज संभाला है। सभी मुलाजिमों से मीटिग कर प्रॉब्लम पूछी है। सीसीटीवी कैमरे खराब होने की बात भी सामने आई है। आलाधिकारियों से इस संबंधी बात कर हल निकालने की कोशिश की जाएगी।

-ओमवीर, ट्रैफिक इंचार्ज, जीरकपुर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.