चंडीगढ़ में 30 नवंबर से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा शुरू, एमसीक्यू आंसरशीट और प्रश्न पत्र स्कूलों को करने होंगे प्रिंट
करीब 25 मिनट पहले बहुविकल्पीय उत्तर पुस्तिका सीबीएसई की तरफ से परीक्षा केंद्र को जारी की जाएगी जिसे डाउनलोड करने के बाद प्रिंट करना होगा और परीक्षा शुरू होने से करीब 10 मिनट पहले स्टूडेंट्स को देना होगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर में 30 नवंबर से 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने परीक्षा के लिए शिक्षा विभाग को गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके बाद जिन स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं उनके लिए परेशानी खड़ी हो गई है। शहर के 95 सरकारी सहित कुल 130 स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। सीबीएसई की तरफ से जारी निर्देशों के मुताबिक इस बार प्रश्न पत्र से लेकर मल्टीपल च्वाइस बेस्ड क्वेश्चन आंसरशीट टीचर्स को आनलाइन डाउनलोड करने के बाद प्रिंट करके स्टूडेंट्स को एग्जामिनेशन हाल तक पहुंचाने होंगे। इसके लिए स्कूलों के पास अति आधुनिक उपकरण होने अनिवार्य हैं।
बोर्ड परीक्षा सुबह 11.30 बजे शुरू होगी जिसके लिए परीक्षा केंद्र को आधा घंटा पहले तैयार होना होगा। परीक्षा केंद्र के अंदर बेहतर कंप्यूटर कनेक्शन के साथ इंटरनेट स्पीड बेहतर होनी चाहिए। करीब 25 मिनट पहले बहुविकल्पीय उत्तर पुस्तिका सीबीएसई की तरफ से परीक्षा केंद्र को जारी की जाएगी जिसे डाउनलोड करने के बाद प्रिंट करना होगा और परीक्षा शुरू होने से करीब 10 मिनट पहले स्टूडेंट्स को देना होगा। आंसरशीट के बाद प्रश्न पत्र भी 15 मिनट पहले परीक्षा केंद्र को खुद डाउनलोड करके प्रिंट कर स्टूडेंट्स को देने होंगे।
जनरेटर और हाई परफार्मेंस कर्मिशयल प्रिंटर्स अनिवार्य
हर परीक्षा केंद्र में बिजली होनी चाहिए। इसके लिए हर केंद्र में जनरेटर होना अनिवार्य है। परीक्षा केंद्र के लिए दोपहर 11 बजे से शाम पांच बजे तक अनिवार्य रूप से बिजली उपलब्ध होनी चाहिए। इसके साथ ही सरकारी स्कूल में डोमेस्टिक प्रिंटर होते थे लेकिन बहुविकल्पीय उत्तरपुस्तिका के क्रमांक अंक अलग-अलग होंगे जिसके लिए हाई परफार्मेंस वाले कर्मिशयल प्रिंटर्स होने जरूरी है, ताकि समय पर क्वेश्चन पेपर को डाउनलोड के बाद उसे प्रिंट कर स्टूडेंट्स को उपलब्ध करवाया जा सके।
उपकरण जुटाने में स्कूल असमर्थ
स्कूल हर प्रकार का उपकरण जेम पोर्टल से मंगवाते हैं। जेम उपकरण मुहैया कराने के लिए 15 दिन से एक महीने का समय लग जाता है। वहीं यदि स्कूल जेम पोर्टल के बिना भी उपकरण मंगवाने की प्रक्रिया कर रहे हैं तो जनरेटर और प्रिंटर्स मिलना मुश्किल हो रहे हैं।