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कचरा प्लांट की चहारदीवारी को निगम ने जारी किया 65 लाख का वर्कऑर्डर

घनी आबादी के बीच में होने के कारण दो दर्जन से अधिक मोहल्लों की आबादी के लिए सिरदर्दी बना हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 11:56 PM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 06:06 AM (IST)
कचरा प्लांट की चहारदीवारी को निगम ने जारी किया 65 लाख का वर्कऑर्डर
कचरा प्लांट की चहारदीवारी को निगम ने जारी किया 65 लाख का वर्कऑर्डर

सुभाष चंद्र, बठिडा : मानसा रोड पर वर्षों से स्थापित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट (कचरा प्लांट) घनी आबादी के बीच में होने के कारण दो दर्जन से अधिक मोहल्लों की आबादी के लिए सिरदर्दी बना हुआ है। क्षेत्र के लोगों की तरफ से काफी समय इसके खिलाफ आंदोलन भी चलता रहा है और अभी भी इसे उठाने की मांग लगातार जारी है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह और क्षेत्र के विधायक एवं वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने इसे उठाने का बठिडा निवासियों के साथ वादा भी किया हुआ है। यह वादा कब वफा होगा यह तो केवल राज्य सरकार ही जानती है, लेकिन फिलहाल इस कचरा प्लांट की चहारदीवारी का काम शीघ्र शुरू होने जा रहा है। यह चहारदीवारी भी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के डंडे की वजह से हो रही है, लेकिन इसके होने से आसपास के मोहल्लों के लोगों को अपने घरों से दिखाई पड़ने वाले गंदगी के ढेर दिखने बंद हो जाएंगे। निगम निगम ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्राप्त ग्रांट से कचरा प्लांट की चार दिवारी करने का वर्क आर्डर जारी कर दिया है। वर्क आर्डर जारी करते हुए निगम कमिश्नर बिक्रमजीत सिंह शेरगिल ने संबंधित ठेकेदार फर्म को चहारदीवारी का काम शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया है। एनजीटी ने दिए थे चहारदीवारी

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के कड़े आदेश

मानसा रोड पर कई मोहल्लों के बीच में बठिडा माइनर पर स्थित इस प्लांट को चल रहे कई साल हो गए हैं। इस पर 30 करोड़ रूपये की राशि खर्च हुई थी। 25 वर्षों के करार के साथ जेआइटीएफ कंपनी की तरफ से चलाए जा रहे इस प्लांट का नगर निगम के साथ विवाद भी चल रहा है। कंपनी अब यह प्लांट चलाना नहीं चाह रही है। निगम इसे चलता रखना चाहता है। दोनों का विवाद आर्बीट्रेशन पैनल के पास चल रहा हो। दोनों पक्षों ने केस दूसरे पर केस किए हुए हैं। जेआइटीएफ ने निगम पर करीब साढ़े 750 करोड़ तो निगम ने जेआइटीएफ पर करीब 800 करोड़ रुपये का क्लेम किया हुआ है। इस विवाद की बीच ही कुछ माह पहले नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की तरफ इस कचरा प्लांट का औचक निरीक्षण किया गया। एनजीटी टीम ने इस निरीक्षण के दौरान प्लांट में कई खामियां पाई थीं। इस पर एनजीटी टीम ने जहां निगम और जेआइटीएफ के अधिकारियों को यह खामियां तुरंत दूर करने के निर्देश जारी किए थे, वहीं कचरा प्लांट की चहारदीवारी भी निर्धारित समय में करने के कड़े हुक्म दिए थे। इन कड़े आदेशों के बाद ही निगम निगम ने प्लांट की चारदिवारी की प्रक्रिया शुरू की थी। शीघ्र ही शुरू हो जाएगा चहारदीवारी का काम

निगम अधिकारियों ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत मौजूद राशि से इसका टेंडर लगाने के बाद तुरंत इसे एफएंडसीसी की बैठक से प्रस्ताव को पारित कराया। जिसके बाद बीते दिनों संबंधित फर्म को चारदिवारी का काम शुरू करने के लिए वर्क आर्डर जारी किया गया। अब शीघ्र ही चहारदीवारी का काम शुरू होने जा रहा है।


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