बठिंडा में समाजसेवा के साथ किया नए साल का स्वागत
कोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020 तो निकल गया। मगर अब 2021 की शुरूआत पर लोगों ने सुख शांति की कामना की है।
जागरण संवाददाता, बठिडा: कोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020 तो निकल गया। मगर अब 2021 की शुरूआत पर लोगों ने सुख शांति की कामना की है। इसके लिए शहर में जगह जगह पर लंगर भी लगाए गए। वहीं लोगों ने धार्मिक स्थानों पर माथा टेककर मन्नतें मांगी। मगर शहर में कुछ लोगों ने धार्मिक विचारों को लेकर नए साल का स्वागत किया तो किसी ने अपनी मांगें पूरी न होने पर प्रदर्शन कर नए साल का आगमन किया। बठिडा में दफ्तरी कर्मचारी यूनियन ने वित्तमंत्री के दफ्तर के आगे खाली बर्तन खड़का कर प्रदर्शन किया। इसके अलावा समाजसेवियों ने लोगों की मदद कर नए साल का स्वागत किया।
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समाजसेवा के साथ की शुरुआत
नए साल पर ही बठिडा में एक हादसा हुआ है। जिसमें तीन लोग जख्मी हो गए हैं। उनका सहारा जनसेवा की ओर से इलाज भी करवाया गया। मगर उनके द्वारा नए साल की शुरूआत समाजसेवा के साथ की गई है, जो सारा साल जारी रहेगी। इसके अलावा लोगों को सर्दी से बचाने के लिए संस्था की ओर से प्रयास किया जाएगा।
विजय गोयल, प्रधान, सहारा जनसेवा, बठिडा।
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समाजसेवा में सहयोग की अपील
2020 कोरोना का रहा। इस कारण लोगों का बहुत नुकसान हुआ। मगर 2021 ऐसा न हो इसके लिए सुख शांति की कामना की है। वहीं संस्था की ओर से लंगर भी लगाया गया। जबकि उनके द्वारा की जाने वाली सेवा का काम सारा साल चलता रहेगा। इसके लिए लोगों से सहयोग देने की भी अपील की।
सोनू महेश्वरी, प्रधान, नौजवान वेलफेयर सोसायटी, बठिडा
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जरूरतमंदों की मदद की
नए वर्ष की शुरूआत पहले तो बाला जी का माथा टेक कर किया गया। इसके अलावा संस्था द्वारा नए वर्ष पर रविवार को माता चितापूर्णी मंदिर में भंडारा करवाया जाएगा। इसके अलावा पोस्टर आफिस बाजार में स्थित हनुमान मंदिर में वर्ष का पहला संकीर्तन पांच जनवरी को किया जाएगा। इसके अलावा संस्था द्वारा की तरफ से समय समय पर लोगों की मदद की जाती रहेगी।
सुरिदर वैद्य, प्रधान महावीर संकीर्तन मंडल
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सरकार हमारी भी सुने
सरकार की ओर से चार वर्ष से हमें यह बोला जा रहा है कि कार्य कर रहे हैं। चुनाव के समय पर कांग्रेस सरकार नपे वादा किया गया था, कि सभी कर्मचारियों को रेगुलर किया जाएगा, लेकिन हर बार सरकार सिर्फ बातें ही करती थी। इसलिए आज नए वर्ष पर खाली बर्तन खड़ाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना पड़ा है, ताकि सरकार हमारी बातें सुन सके। सरकार के कानों में हमारी अवाज पहुंच सके।
-राजिदर सिंह, महासचिव दफ्तरी कर्मचारी यूनियन