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ठंड से ठिठुरा बठिंडा, पिछले साल से ठंडा रहा 12 दिसंबर

शहर का न्यूनतम तापमान बेशक 6.6 डिग्री से बढ़ाकर 11.2 डिग्री कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 12:22 AM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 12:22 AM (IST)
ठंड से ठिठुरा बठिंडा, पिछले साल से ठंडा रहा 12 दिसंबर
ठंड से ठिठुरा बठिंडा, पिछले साल से ठंडा रहा 12 दिसंबर

जागरण संवाददाता, बठिडा : बठिडा में वीरवार को सुबह से ही दिन भर रुक-रुक कर हो रही बारिश ने शहर का न्यूनतम तापमान बेशक 6.6 डिग्री से बढ़ाकर 11.2 डिग्री कर दिया। लेकिन अधिकतम तापमान 6.3 डिग्री कम होकर बुधवार के मुकाबले 20.8 डिग्री से लुढ़क कर 14.5 डिग्री पर पहुंच गया। वीरवार को 4.8 एमएम बारिश हुई। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का मानना है कि इस बारिश के कारण शुक्रवार से न्यूतनम तापमान में एकदम से गिरावट होगी, जिसके साथ घना कोहरा भी पड़ेगा। जबकि पिछले साल के मुकाबले इस साल 12 दिसंबर का दिन 10.5 डिग्री ठंडा रहा। गत वर्ष न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री था तो अधिकतम तापमान 25 डिग्री था। वहीं आने वाले दो दिनों में भी बारिश की संभावना है, जिसके तहत 13 दिसंबर को 14 एमएम तो 14 दिसंबर को 5 एमएम बारिश की आशंका है।

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दूसरी तरफ सर्दियां शुरू हो चुकी हैं, लेकिन अब भी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को वर्दियों का इंतजार है। हालांकि विभाग का दावा है कि प्राइमरी, मिडिल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के बच्चों को वर्दी मिल चुकी है। जबकि ज्यादातर स्कूलों में बच्चों को वर्दियां नहीं मिल पाई हैं। यहां तक कि कई स्कूल तो ऐसे हैं जहां ऑर्डर तो दिए जा चुके हैं और कई स्कूलों में वर्दियां मिलनी अभी बाकी हैं। कई स्कूलों के तो हालात यह हैं कि अध्यापकों ने ही खुद पैसे इकट्ठे करके बच्चों को वर्दियां दिलाई हैं।

सभी सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को वर्दी दी जाती है। एससी कैटेगरी के लड़कों, जनरल व एससी कैटेगरी की सभी लड़कियों और ओबीसी व बीपीएल के सभी विद्यार्थियों को विभाग की ओर से वर्दियों के लिए फंड दिया जाता है। लेकिन बहुत सारे स्कूलों में यह देखने को मिला कि बीपीएल बच्चों की वर्दी के लिए फंड ही नहीं मिला।

बारिश का शहर में ऐसे हुआ असर - बाजार रहे सुनसान : आमतौर पर बाजारों में काम वाले दिन हर समय खरीदारों की भीड़ रहती है, लेकिन वीरवार को बारिश के बाद ठंड बढ़ने के कारण बाजार सुनसान नजर आया। माल रोड, धोबी बाजार, सिरकी बाजार, सदर बजार, सहित शहर के अन्य बाजार दिनभर सुनसान दिखाई दिए। उधर, सड़कों पर भी दिनभर बहुत कम आवाजाही रही। ठंड के प्रकोप से खुद को बचाने के लिए अधिकांश लोग घरों में ही कैद रहे।

- अलाव का लिया सहारा : ठंड बढ़ते ही लोगों ने अलाव का सहारा लेना शुरू कर दिया है। सुबह व शाम के समय सड़कों पर कई जगह लोग खुद को ठंड के कहर से बचाने के लिए अलाव जलाते हुए दिखाई दिए। इसके अलावा सहारा जनसेवा की ओर से अब शहर की सार्वजनिक जगहों पर अलाव जलाए जाएंगे।

खूब बिकी मूंगफली और रेवड़ी : मौसम में ठंड का असर बढ़ते ही शहर में मूंगफली और रेवड़ी की मांग एकाएक बढ़ गई। सर्दी के असर को कम करने के लिए लोगों ने इनकी खरीदारी की। उधर, मांग बढ़ने से दुकानदारों ने भी इसका भरपूर लाभ उठाया। अन्य दिनों की तुलना में पांच-दस रुपये अधिक कीमत पर मूंगफली और रेवड़ी बेची गई। सेहत : बच्चों का रखें ध्यान

सिविल अस्पताल बठिडा के डॉ. रविकांत गुप्ता ने बताया कि ठंड लगने पर बच्चों को सर्दी-जुकाम और खांसी की परेशानी होती है। बच्चों को एक दम गर्मी से ठंड व ठंडी से गर्मी में न लेकर आए। ठंड में निकलने से परहेज करना चाहिए। अगर ज्यादा जरूरत हो तो अपने आप को पूरी तरह से कवर कर जाना चाहिए। कृषि : फसलों के लिए फायदेमंद

बठिडा के मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. गुरादित्ता सिंह के अनुसार आजकल होने वाली बारिश हर प्रकार की फसल के अलावा सब्जियों के लिए भी फायदेमंद है। अगर ओलावृष्टि होती है तो नुकसान हो सकता है। मगर बारिश फायदेमंद है। इसके साथ फसल को पानी की भी कम जरूरत पड़ेगी।

12 दिसंबर को पांच साल का तापमान साल अधिकतम न्यूनतम

2019 14.5 11.2

2018 25.0 8.5

2017 14.5 11.0

2016 18.5 9.6

2015 19.5 6.5


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