शहर में हर रोज एक दर्जन स्थानों पर फट रही पानी की पाइपें
शहर की वर्षों पुरानी और खस्ताहाल हो चुकी वाटर सप्लाई की पाइप लाइनें जल सप्लाई विभाग के लिए सिरदर्दी बनी हुई है
सुभाष चंद्र, बठिडा
शहर की वर्षों पुरानी और खस्ताहाल हो चुकी वाटर सप्लाई की पाइप लाइनें जल सप्लाई विभाग के लिए सिरदर्दी बनी हुई हैं। भीषण सर्दी का मौसम इन पाइपों पर और कहर ढाह रहा है। वाटर सप्लाई की यह पाइपें हर रोज कम से कम एक दर्जन स्थानों से क्रैक हो रही हैं। जिससे लोगों को तो परेशानी का सामना करना ही पड़ता है, वहीं बड़ी मात्रा में पानी भी व्यर्थ हो रहा है। हालांकि जल सप्लाई विभाग की ओर से इन शिकायतों को दुरुस्त करने के लिए सात टीमों का गठन किया हुआ है, लेकिन जितनी हर रोज ठीक जाती हैं, अगले ही दिन उससे अधिक और टूट जाती हैं। एक टीम दिन भर में बड़ी मुश्किल से दो शिकायतों का ही निपटारा कर पाती है। इन शिकायतों का स्थायी समाधान कंडम हो चुकी पाइप लाइन को तब्दील करना ही है। जितनी ठीक होती है उतनी ही और टूट जाती हैं
बीते रविवार की शाम तक प्रताप नगर, धोबीआना बस्ती, परसराम नगर, जुझार सिंह नगर, प्रताप नगर, कोठे सुच्चा सिंह नगर, धोबीआना बस्ती, प्रताप नगर, अमरीक सिंह रोड, पूजा वाला मोहल्ला, मिन्नी सचिवालय सहित एक दर्जन इलाकों में वाटर सप्लाई की लीकेज की शिकायतें दर्ज हुईं। सर्वाधिक शिकायतें प्रताप नगर, धोबीआना बस्ती की रहीं। सोमवार को भी आधा दर्जन से अधिक शिकायतें दर्ज हुईं हैं। जिसमें हरी नगर, बलराज नगर, वीर कालोनी, जनता नगर, मानसा रोड, हजूरा कपूरा सहित कई कालोनियां शामिल हैं। हालांकि त्रिवेणी कंपनी की तरफ से शिकायतों का निपटारा तेजी के साथ किया जाता है। लेकिन अगले दिन उतनी ही नहीं शिकायतें दर्ज हो जाती हैं। कई बार शिकायतों का आंकड़ा दो दर्जन से भी पार हो जाता है। तीन महीने से लगातार हो रही लीकेज
धोबीआना बस्ती की शीनू बताती है कि उनका निवास स्कूल वाली गली में है और उसके घर के आगे ही वाटर सप्लाई आने पर दोनों टाइम लीकेज होती है। शीनू ने बताया कि यह लीकेज पिछले करीब तीन महीनों से चल रही है। वाटर सप्लाई विभाग के अधिकारी आते हैं लेकिन देखकर चले जाते हैं। समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। पूजा वाला मोहल्ला के खोस दयाल गाबा कहते हैं कि उनके इलाके में तो अकसर यह लीकेज होती ही रहती है। गाबा के अनुसार नगर निगम से लेकर वाटर सप्लाई विभाग तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकाल पा रहा है। हर रोज तेजी से किया जा रहा शिकायतों का निपटारा
वाटर सप्लाई विभाग के एसडीओ विक्रमजीत सिंह ने बताया कि वाटर लीकेज की शिकायतों के निपटारे के लिए सात टीमों का गठन किया हुआ है। एक टीम हर रोज दो-तीन शिकायतों का निपटारा कर रही है। सर्दियों में पाइपों में पानी का प्रेशर बढ़ने से यह फटती हैं। फिर से भी हर रोज अधिक से अधिक शिकायतों का निपटारा करने की कोशिश की जाती है। लीकेज की वजह से करीब पांच-छह फीसद पानी बर्बाद होता है। धोबीआना बस्ती की शीनू की वाटर लीकेज संभवत निजी होगी। इसीलिए ठीक नहीं हो पा रही। फिर भी उसे चेक किया जाएगा।