सीएम के पैतृक गांव महिराज के लोगों के सूखे हलक
पंजाब सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान कितना विकास किया है, इस बात का खुलासा पंजाब के सीएम कैप्टन अम¨रदर ¨सह के पैतृक गांव महिराज से होता है।
जीवन ¨जदल, रामपुरा फूल : पंजाब सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान कितना विकास किया है, इस बात का खुलासा पंजाब के सीएम कैप्टन अम¨रदर ¨सह के पैतृक गांव महिराज से होता है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह के पैतृक गांव महिराज में बदहाल पेयजल व्यवस्था के चलते लंबे समय से गांववासियों के हलक सूखे हुए हैं। हालात यह है कि महिराज के लोगों को पेयजल मुहैया करवाने हेतु गांव में बनाई गई वाटर वर्क्स की तीनों टंकियां लंबे समय से बंद पड़ी हैं। इसके चलते लोगों को अपने स्तर पर पेयजल का प्रबंध करने को मजबूर होना पड़ रहा है। लोगों द्वारा उक्त समस्या के समाधान के लिए प्रशासन के समक्ष अनेकों बार गुहार लगाने के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है।
कैप्टन सरकार द्वारा अपने पिछले कार्यकाल के दौरान शुरू किए गए सर्वपक्षीय ग्रामीण विकास प्रोग्राम के तहत गांव महिराज में जल सप्लाई तथा सीवरेज काम शुरू किया था। इसका शिलान्यास 17 दिसंबर 2003 को खुद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ¨सह द्वारा किया गया था। प्रोग्राम के तहत गांव में वाटर सप्लाई की तीन टंकियां बनाई गई थी। इनमें से एक टंकी पत्ती सोल में है तो दो टंकियां स्टेडियम के पीछे पत्ती कर्म चंद में स्थापित की गई थी। उक्त तीनों टंकियां लंबे समय से बंद पड़ी हैं। टंकियों में पानी चढ़ाने के लिए लगाई गई मोटरें टूट चुकी हैं तथा बिजली का कनेक्शन भी कटा हुआ है। यहां तक कि टंकियों के समीप पानी स्टोर करने के लिए बनाई गई कुछ डिग्गियां सूख चुकी हैं तो कुछेक में गंदा पानी जमा है। पानी की टंकियों के समीप उगी झाड़ियों तथा बिखरी गंदगी प्रशासन के दावों की पोल खोलते नजर आ रहे हैं। गांव वासी कुल¨वदर ¨सह ने बताया कि वाटर वर्क्स की टंकियों से पानी न आने के कारण महिराज वासियों को अपने स्तर पर भूजल का प्रबंध करने को मजबूर होना पड़ रहा है। जो लोग आर्थिक तौर पर कमजोर होने के कारण भूजल का प्रबंध नहीं कर सकते वे नहर से पानी भरकर अपनी प्यास बुझाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में दोबारा कैप्टन सरकार आने के बावजूद गत दो वर्षों में उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो पाया। इसके चलते गांव के लोगों को कैप्टन अम¨रदर ¨सह से काफी नाराजगी है। कर्मजीत ¨सह ने कहा कि बादल इस गांव में इसलिए विकास नहीं करवाते क्योंकि यह उनके विरोधी का पैतृक गांव है। जबकि कैप्टन अम¨रदर ¨सह गांव में आते ही नहीं।