आइलेट्स में कम बैंड पर रिजेक्ट हुई फाइल, नर्स ने लगाया फंदा
सेंट्रल यूनिवर्सिटी घुद्दा की डिस्पेंसरी में तैनात एक नर्स ने रविवार देर रात पंखे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।
जासं,बठिडा: सेंट्रल यूनिवर्सिटी घुद्दा की डिस्पेंसरी में तैनात एक नर्स ने रविवार देर रात पंखे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। उसकी पहचान 27 वर्षीय गांव फत्ता वाला जिला मानसा निवासी मनप्रीत कौर के तौर पर हुई है। मनप्रीत विदेश जाना चाहती थी, लेकिन आइलेट्स में बैंड कम होने के कारण उसकी कई बार फाइल रिजेक्ट हो चुकी थी। इस कारण वह मानसिक तौर पर परेशान रहती थी। थाना नंदगढ़ पुलिस ने मृतक की मां रणजीत कौर के बयान पर आइपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों के हवाले कर दिया है।
पुलिस को रणजीत कौर ने बताया कि उनकी बेटी मनप्रीत कौर सेंट्रल यूनिवर्सिटी घुद्दा में नर्स तैनात थी। उसने आइलेट्स भी कर रखी थी और कनाडा जाना चाहती थी। उसके दोस्त चले गए थे, जबकि उनकी बेटी के आइलेट्स में बैंड कम होने के कारण उसकी फाइल रिजेक्ट हो गई। इस कारण वह डिप्रेशन में रहने लगी थी। रविवार को वह डिस्पेंसरी में नाइट ड्यूटी कर रही थी। इसी दौरान उसने डिस्पेंसरी में ही पंखे से अपनी चुनरी के साथ फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।
थाना नंदगढ़ के प्रभारी व इंस्पेक्टर रजिदर सिंह ने बताया कि पहले खुदकुशी के दौरान लाइव होने या किसी लड़के से बात करने का मामला सामने आ रहा था, लेकिन जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला। मृतका की मां ने भी ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। कर्ज से परेशान नौजवान किसान ने की खुदकुशी गांव बाजेवाला में एक नौजवान किसान मलकीत सिंह ने कर्ज से परेशान होकर जहरीला पदार्थ निगल कर खुदकुशी कर ली। मृतक की पहचान लकी
हरप्रीत सिंह ने बताया कि उसका भाई मलकीत सिंह ठेके पर जमीन लेकर खेती कर रहा था। बीते समय के दौरान उसकी फसल खराब हो गई थी, जिसके कारण उसको घाटा पड़ गया। वह मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। आमदन का कोई साधन न होने के कारण उस पर कर्ज और चढ़ गया। इस परेशानी के कारण ही उसने कोई जहरीला पदार्थ निगल कर खुदकुशी कर ली। थाना जोड़किया के सहायक थानेदार जगसीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतक की माता परमजीत कौर के बयान पर 174 की कारवाई कर पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया है।