Move to Jagran APP

मौसम के बदलाव में स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ने की आशंका

मौसम में हो रहे बदलाव के कारण स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ने की भी आशंका है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 05:35 PM (IST)Updated: Tue, 29 Dec 2020 05:35 PM (IST)
मौसम के बदलाव में स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ने की आशंका
मौसम के बदलाव में स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ने की आशंका

जासं, बठिडा : मौसम में हो रहे बदलाव के कारण स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ने की भी आशंका है। ऐसे में स्वाइन फ्लू व कोरोना का एक साथ संक्रमण हो सकता है। वैसे भी फ्लू व कोरोना के लक्षण काफी हद तक एक जैसे हैं। डेंगू के साथ कोरोना के संक्रमण के कुछ मामले पहले ही आ चुके हैं। इसके मद्देनजर सेहत विभाग पंजाब ने लोगों को सचेत किया है कि कोरोना के साथ इन दिनों फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, स्क्रब टाइफस सहित कई तरह की बीमारियों का संक्रमण हो सकता है। लिहाजा, बचाव, जांच व इलाज के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है।

loksabha election banner

दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के साथ दूसरी बीमारियों के संक्रमण को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए जिन पर अमल कराने के लिए सेहत विभाग ने सभी अस्पतालों व जिला प्रशासन को कहा है। सर्दी के मौसम में फ्लू का संक्रमण होने का खतरा अधिक रहता है। अस्पतालों में फ्लू के मामले आ भी रहे हैं। फ्लू से बचाव के लिए टीका उपलब्ध है। इसलिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों व जोखिम वाले लोगों को फ्लू का टीका लगवाने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्यकर्मियों के अलावा बुजुर्गो, गर्भवती महिलाओं, मधुमेह, अस्थमा सहित पुरानी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को फ्लू का टीका लगवाने की सलाह दी गई है। क्योंकि, फ्लू के साथ कोरोना का संक्रमण होने पर बीमारी गंभीर हो सकती है। फ्लू का टीका हर साल लेना होता है।

ये दोनों ही घातक बीमारियां हैं जो तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती हैं। खासकर, इस ठंड के मौसम में वायरस और एक्टिव हो जाते हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग को एच1-एन1 वायरस के अटैक का अंदेशा है। सेहत विभाग को अब कोरोना और डेंगू महामारी के साथ-साथ स्वाइन फ्लू को लेकर भी विभाग सतर्क हो गया है। विभाग की तरफ से इसे लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए टीमों का गठन किया गया है। कोरोना और स्वाइन फ्लू के एक तरह से लक्षण हैं, इसलिए विभाग की तरफ से दोनों महामारी की जांच को लेकर सैंपलिग से लेकर जांच आदि का प्रबंध किया गया हैं। स्वाइन फ्लू के लक्षणों को लेकर लैब में अलग से रिपोर्ट बनाई जाती है।

खांसी, जुकाम, गले में दर्द के मरीज बढे़

एमडी मेडिसिन डा. हरिदर सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस और स्वाइन फ्लू दोनों ही फ्लू की बीमारी से संबंधित है इसको हल्के में नहीं लिया जा सकता है। इसलिए कोरोना मरीजों में एच1-एन1 वायरस भी फैल सकता है। पर, अच्छी बात यह कि स्वाइन फ्लू से बचाव की दवा उपलब्ध है। अभी कोरोना से बचाव की वैक्सीन का इंतजार है। दोनों ही संक्रमण से बचाने में मास्क, भीड़ एवं संक्रमित से दूरी और हाथों को धोते रहना बचा सकता है। अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों करीब 700 से अधिक मरीज इलाज व चेकअप करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। इसमें से 30 प्रतिशत लोग खांसी, बुखार, जुकाम, गले में दर्द व चमड़ी के रोग से ग्रस्त हैं। इससे यह साबित होता है कि बढ़ती ठंड ने लोगों की समस्या को भी बढ़ा दिया है। यह हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण

सर्दी-खांसी, बुखार, नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना, गले में खराश, सिरदर्द, शरीर दर्द, ठंड लगना, थकान, पेटदर्द, कभी-कभी दस्त उल्टी आना। कोरोना महामारी से जारी लड़ाई में स्वाइन फ्लू को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं। कोरोना ग्रस्त गंभीर मरीजों को स्वाइन फ्लू टेस्ट भी करवाना चाहिए। आमजन से अपील है कि जिस तरह कोरोना से बचाव के उपाय अपना रहे हैं, वहीं सबकुछ स्वाइन फ्लू से बचाएगा। इसलिए सतर्क रहें। भीड़ वाले इलाकों में न जाएं लोग

विभाग पूरी तरह से सतर्क है : डा. संधू

सिविल सर्जन डा. अमरीक सिंह संधू ने बताया कि कोरोना महामारी के साथ-साथ स्वाइन फ्लू को लेकर विभाग पूरी तरह से सतर्क है। कोरोना और स्वाइन फ्लू के एक जैसे लक्षण हैं, इसलिए विभाग पहले से ही महामारी को लेकर सतर्क है। आइसोलेशन वार्ड अस्पताल में बनाया गया है। मास्क लगाने और हाथों की अच्छी तरह से सफाई रखने, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचने को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.