किसान आंदोलन में शामिल सात युवा जेल से रिहा होकर गए गांव बंगी निहाल सिंह वाला लौटे
कृषि कानून के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा गणतंत्र दिवस पर निकाली गई ।
संवाद सूत्र, रामामंडी
कृषि कानून के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा गणतंत्र दिवस पर निकाली गई ट्रैक्टर परेड में भाग लेने गए नजदीकी गांव बंगी निहाल सिंह के सात युवाओं को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर उन पर मामला दर्ज कर उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया था। इसके बाद दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मनिदर जीत सिंह सिरसा द्वारा गिरफ्तार नौजवानों की रिहाई के लिए की गई कोशिशों के बाद तकरीबन एक महीने बाद आज बंगी निहाल सिंह के नौजवान जमानत पर अपने घर पहुंचे। गांववासियों द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया । इससे पहले भाकियू सिधूपुर के प्रधान महमा सिंह तथा ब्लाक प्रधान जोधा सिंह की अगुवाई में रिहा होकर आए नौजवानों का गांव फुलों खारी और गांव रामा में स्वागत किया गया। गांव रामा में नगर सुधार कमेटी के प्रधान लवेल सिंह सिद्धु ,जय बाबा सरबंगी स्पोर्ट्स क्लब के प्रधान गुरचेत सिंह सिद्धु तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने नौजवानों को सिरोपा डालकर सम्मानित किया । नौजवानों ने कहा कि उनके हौंसले आज भी बुलंद हैं तथा मन में गिरफ्तारी का कोई भय नहीं है उन्होंने नौजवानों से कहा कि वह अधिक से अधिक संख्या में दिल्ली में जारी किसान आंदोलन में शामिल होकर धरने पर बैठे लोगों का हौसला बढ़ाए ताकि केंद्र सरकार जल्द से जल्द इन बिलों को निरस्त कर सके ।
भाकियू की गांव स्तरीय इकाई का गठन किया
संस, मानसा : भारतीय किसान यूनियन (एकता उगरांहा) की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों की मांगों व मुश्किलों पर विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर जत्थेबंदी नेता जगदेव सिंह भैणीबाघा ने कहा कि जत्थेबंदी द्वारा कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में चल रहे धरने को सफल बनाने के लिए लोगों को लामबंद किया जा रहा है। जिसके तहत गांव स्तरीय इकाई का गठन किया जा रहा है। इस तहत ही मानसा इकाई का गठन किया गया। जिसमें जगसीर सिंह को प्रधान, गुरजंट सिंह को उपप्रधान, बलविदर सिंह को महासचिव, जगदेव सिंह को खजांची, अमरजीत सिंह, सुखदेव सिंह, महिदर सिंह व केवल सिंह को कमेटी सदस्य के तौर पर चुना गया है।