पावन स्वरूपों की गुमशुदगी के मामले में वित्तमंत्री के दफ्तर का घेराव कर किया कीर्तन
श्री गुरु ग्रंथ साहब के 328 पावन स्वरूपों की गुमशुदगी के मामले में सिख सदभावना दल तथा गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब की तरफ से सोमवार को वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर का घेराव किया गया
जागरण संवाददाता, बठिडा
श्री गुरु ग्रंथ साहब के 328 पावन स्वरूपों की गुमशुदगी के मामले में सिख सदभावना दल तथा गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब की तरफ से सोमवार को वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर का घेराव किया गया। दल के मुख्य सेवादार भाई बलदेव सिंह वडाला तथा बाबा फौजा सिंह की अगुआई में वित्त मंत्री के दफ्तर आगे रोष प्रदर्शन किया गया। दफ्तर के आगे जैसे ही भाई वडाला ने इलाही बाणी का कीर्तन शुरू किया तो वित्तमंत्री दफ्तर के मुलाजिम गेट बंद करके चलते बने। भाई वडाला ने कहा कि मनप्रीत बादल की पंथक होके से बेरुखी बताती है कि पूरे बादलों के खून में ही सिख धर्म का सत्कार नहीं है। पंजाब में उनके पंथक होके को इससे पहले कांग्रेस के विभिन्न नेताओं ने सत्कार दिया तथा उनके रोष प्रदर्शन के दौरान नगर कीर्तन श्रवण किया, लेकिन मनप्रीत के हुक्म पर उसके दफ्तर की मुलाजिम ने गुरबाणी नहीं सुनी। मनप्रीत बादल ने अपने आपको घर में कैद कर लिया। भाई वडाला ने कैप्टन सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा के बादल दल तथा कांग्रेस सरकार आपस में मिली हुई है। तभी तो 64 दिन से चल रहे संघर्ष के बावजूद पावन स्वरूपों के लापता होने के मामले में पुलिस द्वारा केस दर्ज नहीं किया जा रहा। बादल परिवार श्री गुरु ग्रंथ साहब की बेअदबी तथा गुमशुदगी करवा सकता है, तो कांग्रेस सरकार के कैप्टन अमरिदर सिंह गुटका साहब की सौगंध खाकर भूल गए हैं। इसीलिए किसान मर रहा है, पंजाब की जवानी बेरोजगारी का संताप झेल रही है। गरीब भुखमरी से मर रहे हैं। उन्होंने किसानों के संघर्ष की भी हिमायत करते हुए कहा कि भाजपा सरकार कारपोरेट घरानों की कठपुतली बनकर रह गई है। इस मौके बाबा फौजा सिंह, डा. अनोख सिंह ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर अवतार सिंह, अवतार सिंह दियालगढ़, दिलावर सिंह, धन्ना सिंह, भोला सिंह असपाल खुर्द, भोला सिंह खीवा, काबल सिंह आदि भी मौजूद थे।