रीअपीयर की परीक्षा से अध्यापकों की बढे़गी परेशानी
पांचवी व आठवीं कक्षा के कुछ विषयों में फेल हुए विद्यार्थियों को एक बार फिर से टेस्ट लेने का फैसला लिया है। इसके तहत 21 मई को विद्यार्थियों का टेस्ट लिया जाएगा।
संस, बठिडा: पांचवी व आठवीं कक्षा के कुछ विषयों में फेल हुए विद्यार्थियों को एक बार फिर से टेस्ट लेने का फैसला लिया है। इसके तहत 21 मई को विद्यार्थियों का टेस्ट लिया जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से सभी डीईओ को नोटिस जारी कर दिया है। लेकिन शिक्षा विभाग के फैसले ने स्कूल मुखियों को परेशानी में डाल दिया है क्योंकि जिले के ज्यादातर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी प्रवासी है। इस समय में विद्यार्थी गर्मियों की छुट्टियों के बहाने पहले ही चले गए हैं। अब वह जुलाई में लौटेंगे। विद्यार्थियों के माता पिता ज्यादा गंभीर न होने पर अध्यापकों को परेशानी में डाल दिया है।
अब अध्यापकों को समझ नहीं आ रहा किस प्रकार सभी विद्यार्थियों की परीक्षा दोबारा ली जाए। वहीं विभाग ने रीअपीयर के परीक्षा के लिए नए रोलनंबर जारी नहीं किए गए। विद्यार्थी अपने मार्च के रोल नंबर लेकर परीक्षा में बैठ सकते हैं। वहीं स्कूल की लाग इन आइडी पर ही मार्किंग के बाद प्राप्त अंक अपलोड करने होंगे। इसके बाद परिणाम आने के बाद इसी पोर्टल से सर्टिफिकेट जारी किए जाएंगे। 31 मई को रीअपीयर की परीक्षा के रिजल्ट वाले दिन स्कूल प्रमुख पास हुए विद्यार्थी को सर्टिफिकेट जारी करेंगे। अभी विद्यार्थियों का टेंपरेरी तौर पर अगली क्लास में दाखिला मिल गया है।
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पुराने सिलेबस पर होगी परीक्षा
रीअपीयर परीक्षा 21 मई से होगी। शिक्षा विभाग की ओर से परीक्षा सिर्फ 2018- 2019 के सिलेबस में होगी। इसके तहत कोई भी चेंज नहीं किया है। इसमें वो ही स्टूडेंट्स भाग ले सकते हैं जिनकी 2019 मार्च की परीक्षा में रीअपीयर आई है। या फिर किसी वजह से पेपर नहीं दे पाया। मूल्यांकन का सिलेबस 2018-2019 वाला होगा। पांचवी की परीक्षा के लिए सेंटर स्कूल व आठवीं की परीक्षा के लिए कलस्टर स्कूल बनाए गए हैं।
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अगले दिन से शुरू होगी मार्किंग
परीक्षा के बाद अगले दिन मार्किंग की जाएगी। इसके लिए डीईओ की ड्यूटी लगाई जाएगी। पांचवीं कक्षा के मूल्यांकन बीपीओ के नेतत्व में इंटर ब्लॉक व आठवीं के मूल्यांकन कलस्टर स्तर पर प्रिसिपल के नेतृत्व में होगा। इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि बच्चों को पढ़ाने वाला उनकी मार्किंग न करे।
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कोट्स
शिक्षा विभाग की ओर से पहली बार विद्यार्थियों को यह मौका दिया गया है। अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा में पास नहीं होगा, तो उसे फेल कर दिया जाएगा। अगर स्कूल मुखियों को यह परेशानी आ भी रही तो, यह बच्चों के माता पिता की गलती है। अगर कोई भी विद्यार्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचा तो उसे फेल घोषित कर दिया जाएगा।
-बलजीत कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी
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