अध्यापकों ने मोंटेक सिंह आहलुवालिया का पुतला फुंककर किया रोष प्रदर्शन
कोरोना महामारी के दौरान सरकार की ओर से गठित सुधार कमेटी के अध्यक्ष मोनटेक सिंह आहलुवालिया द्वारा की गई सिफारिशों के खिलाफ सोमवार को विभिन्न अध्यापक संगठन सड़कों पर उतर आए।
संस, बठिडा : कोरोना महामारी के दौरान सरकार की ओर से गठित सुधार कमेटी के अध्यक्ष मोनटेक सिंह आहलुवालिया द्वारा की गई सिफारिशों के खिलाफ सोमवार को विभिन्न अध्यापक संगठन सड़कों पर उतर आए। अध्यापक संगठनों ने उक्त कमेटी का विरोध करते हुए आहलुवालिया का पुतला फूंककर रोष प्रदर्शन किया और कमेटी की सिफारिशों को रद करने की मांग की। इस दौरान अध्यापकों ने जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रदर्शन किया। अध्यापकों ने बस स्टैंड से रोष रैली निकालकर मिनी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस कारण लोगों को भी जाम की समस्या का सामना करना पड़ा।
इस मौके पर प्रवक्ताओं ने कहा कि उक्त कमेटी ने मुलाजिमों के वेतन केंद्रीय पैटर्न पर करने, महंगाई भत्ते की बकाया 16 फीसद किश्तें जारी न करने, मुलाजिमों से लिया जा रहा दो सौ रुपये टैक्स बढ़ाकर 1650 करने की सिफारिशें की हैं, जिन्हें किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। इसके अलावा कमेटी ने नई भर्ती न करने व अन्य कई प्रकार की मुलाजिम विरोधी सिफारिशें की हैं, जिन्हें लेकर मुलाजिमों में भारी रोष है। उन्होंने मांग की कि उक्त कमेटी को भंग करके उसकी सिफारिशों को तुरंत रद किया जाए अन्यथा कर्मचारी संघर्ष को और तेज करेंगे।
इस अवसर पर डीटीएफ के प्रधान रेशम सिंह, लेबोरेटरी स्टाफ एसोसिएशन के गुरविदर सिंह, एसएसए रमसा यूनियन के अपार सिंह, ईटीटी अध्यापक यूनियन के जगसीर सिंह सहोता, 5178 मास्टर केडर यूनियन के अश्वनी कुमार, ईटीटी यूनियन के रामभजन सिंह, कंप्यूटर फैकेलटी एसोसिएशन के जॉनी सिगला, बीएड फ्रंट के राजवीर सिंह मान, डीटीएफ के जसविदर सिंह के अलावा ठेका मुलाजिम संघर्ष कमेटी के इकबाल सिंह व अन्य प्रवक्ताओं ने संबोधन किया।