नशामुक्ति केंद्र में दवा नहीं मिलने पर की नारेबाजी
सिविल अस्पताल में बने नशामुक्ति केंद्र व ओट सेंटर में नशे छोड़ने की दवाई लेने वालों की भीड़ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
जासं, बठिडा: सिविल अस्पताल में बने नशामुक्ति केंद्र व ओट सेंटर में नशे छोड़ने की दवाई लेने वालों की भीड़ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को भारी संख्या में जिले के विभिन्न इलाके से दवाई लेने के लिए लोग पहुंचे, लेकिन सरकारी छुट्टी होने के कारण नशा छुड़ाओ केंद्र व ओट क्लीनिक बंद था, जबकि सेंटर के बाहर छुट्टी वाले दिन भी दवाई मिलने का पोस्टर लगा हुआ था। घंटों सेंटर के बाहर खड़े रहने के बाद भी मरीजों को दवा नहीं मिलने पर हंगामा शुरू कर दिया। दवाई की मांग को लेकर लोगों नशा छुड़ाओ केंद्र से सिविल सर्जन व ओपीडी ब्लाक में पहुंच गए, लेकिन वहां पर भी कोई अधिकारी नहीं होने के कारण उन्हें मायूस होकर बैरंग लौटना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सुबह 10 बजे से 1 बजे तक खड़े हैं लेकिन दवा नहीं मिली। उन्होंने कहा कि नशामुक्ति केंद्र के नियम हैं कि छुट्टी वाले दिन भी सुबह 10 से 1 बजे तक दवा दी जाती है, लेकिन आज कोई भी स्टाफ सदस्य नहीं आया। प्रदर्शन के दौरान एक बुजुर्ग व्यक्ति बेहोश होकर गिर गया था। नशा छोड़ने वाले इंद्र सिंह, दीप सिंह, सूरज सिंह, निर्मल सिंह,लक्ष्मण सिंह, हरविदर सिंह, तरसेम सिंह ने कहा कि वो सुबह 10 बजे से सेंटर के बाहर खड़े हैं लेकिन यहां सफाई मुलाजिमों के सिवाय कोई नहीं आया और नशा छोड़ने वाले मरीजों की हालत खराब हो रही है। इस मौके पर प्रदर्शन कर उन्होंने सेहत विभाग व नशा मुक्ति केंद्र प्रबंधकों के खिलाफ नारेबाजी की।