ऑनलाइन शिक्षा से बढ़ा सैकेंड हैंड स्मार्ट फोन का बाजार
कोरोना संक्रमण से फिलहाल निजात मिलती दिखाई नही दे रही है।
संस, बठिडा : कोरोना संक्रमण से फिलहाल निजात मिलती दिखाई नही दे रही है। स्कूल-कॉलेजों के खुलने में अभी समय है, ऐसी स्थिति में एक बड़ी आबादी ऑनलाइन शिक्षा के लिए जरूरी संसाधन तलाश रही है। सीमित आय वाले परिवारों में जहां कई बच्चे हैं या अभिभावकों के अपने काम के साथ बच्चों की भी ऑनलाइन क्लासेज हैं, वहां पर पुराने स्मार्टफोन की जरूरत बढ़ रही हैं। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए आबादी का एक बड़ा हिस्सा सैकेंड हैंड स्मार्टफोन के बाजार की ओर बढ़ रहा है। पुराने स्मार्टफोन में यह तेजी शहर के बाहरी क्षेत्रों, छोटे कस्बों में ज्यादा देखने को मिल रही है। लोगों ज्यादातर स्मार्ट फोन पर कार्य कर रहे हैं। कई घरों में अभिभावक भी बाहर नौकरी करते हैं, इसलिए उनको भी स्मार्ट फोन की जरूरत होती है, इसलिए ऐसे लोगों द्वारा स्मार्ट फोन काफी खरीदा गया है, लेकिन इस समय बाजार में चाइना का माल बंद हो गया है। इसलिए लोगों को कहीं न कहीं महंगे स्मार्ट फोन खरीदना पड़ रहा है। या पुराने फोन की खरीदना शुरू कर दिया है। बाजार में मेहंगे हुए स्मार्ट फोन इस समय कोरोना महामारी के कारण देश में चाइना का खरीदा जाने वाला पूरा सामान बंद कर दिया गया है। लोगों द्वारा चाइना के फोन इसलिए खरीदे जाते थे, क्योंकि यह फोन सस्ते रेटों पर मिल जाते थे, लेकिन अब फोन न मिलने के कारण लोगों को महंगे स्मार्ट फोन खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, वहीं अगर एक घर में दो से तीन बच्चे हैं। उन लोगों को एक ही स्मार्ट फोन के जरिए बच्चों को घरों में भी पढ़ाई करवाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर स्मार्ट फोन खरीदते हैं, तो उनको उसकी काफी कीमत चुकानी पड़ती है। स्मार्ट फोन काफी महंगे रेटों में मिल रहे हैं। इसलिए लोगों ने सैकेंड हैंड फोन खरीदने शुरू कर दिए हैं, ताकि सस्ते रेटों में उनका कार्य हो जाए।
पंजाब सरकार देगी लड़कियों को फोन सरकारी स्कूलों के बच्चों की बात की जाए, तो सरकारी स्कूलों के बच्चों के अभिभावकों के पास तो इतने पैसे भी नहीं होते, जिससे वह एक स्मार्ट फोन खरीद सके। इसलिए सरकार ने जो वादे इलेक्शन से पहले किए थे, उसे पूरा करने का फैसला लिया है। इसके मद्देनजर बारहवीं व ग्यारहवीं क्लास की लड़कियों को स्मार्ट दिए जाएंगे। यह इसलिए दिए जाएंगे, क्येांकि इस समय ज्यादातर बच्चे घर पर पढ़ाई कर रहे हैं, इसलिए उनको फोन की जरूरत है।