रूरल फार्मासिस्टों ने वित्तमंत्री के दफ्तर के आगे किया प्रदर्शन
रूरल फार्मासिस्टों की ओर से शुरू किए गए संघर्ष के तहत शनिवार को वित्तमंत्री के दफ्तर के आगे प्रदर्शन किया।
जासं, बठिडा : पंजाब सरकार के रूरल फार्मासिस्टों की ओर से शुरू किए गए संघर्ष के तहत शनिवार को वित्तमंत्री के दफ्तर के आगे प्रदर्शन किया। इससे पहले रूरल फार्मासिस्ट जिला परिषद में इकट्ठा हुए, जिस दौरान छह जिलों के यूनियन सदस्यों ने भाग लिया। यहां पर नारेबाजी करने के बाद जिला परिषद से वित्तमंत्री के दफ्तर तक रोष मार्च निकाला। इस मार्च के समय जब फार्मासिस्ट स्टेडियम के पास पहुंच तो उनको पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर रोकने का प्रयास किया। लेकिन प्रदर्शनकारियों की गिनती ज्यादा होने व पुलिस मुलाजिम कम होने के कारण वह वित्तमंत्री के दफ्तर तक पहुंचने में सफल हो गए। जहां पर नारेबाजी कर उनको रेगुलर करने की मांग की गई।
रूरल फार्मेसी अफसर एसोसिएशन पंजाब के बैनर नीचे समूह फार्मासिस्टों ने ड्यूटी का अनिश्चित समय के लिए बायकाट कर दिया है। जिला नेता सुनील कुमार ने रोष जताया कि वह कोरोना महामारी में अपनी, ड्यूटी तनदेही के साथ निभा रहे हैं। मगर पिछली अकाली भाजपा सरकार की तरह इस बार कांग्रेस सरकार भी मुलाजिमों की मांगों को लागू नहीं कर रही। फार्मासिस्टों ने कहा कि वह पिछले 14 सालों से लगातार ठेके के अधीन ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग के तहत गांवों की सरकारी रूरल डिस्पेंसरी में अपनी, सेवा निभाते आ रहे हैं। मगर पंचायत मंत्री तृप्त रजिदर बाजवा की तरफ से फार्मासिस्टों को रेगुलर करने का आश्वासन दिया जा रहा है। इसके प्रति समूह वर्करों रोष पाया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि समूह फार्मासिस्टों को बिना शर्त रेगुलर किया जाए, नहीं तो वह संघर्ष को तेज करते हुए मुकम्मल तौर पर ड्यूटी का बायकाट कर देंगे। इस मौके जगमोहन शर्मा, राज रानी, भारत भूषण, दविदर सिंह, विकास कुमार, शुभम शर्मा, नीलम शर्मा, लता रानी, हरप्रीत कौर आदि उपस्थित थे।