बठिंडा में रविवार को 888 मरीज ठीक हुए, 707 नए मरीज मिले और 22 की हुई मौत
कोरोना की दूसरी लहर दिन-ब-दिन और घातक हो रही है जिसका सबसे बड़ा कारण लोगों की लापरवाही है।
जासं, बठिडा : कोरोना की दूसरी लहर दिन-ब-दिन और घातक हो रही है, जिसका सबसे बड़ा कारण लोगों की लापरवाही है। लोग अभी भी मास्क और शारीरिक दूरी पर ध्यान नहीं दे रहे, जिससे संक्रमण बढ़ रहा है। इसी वजह से रविवार को कोरोना के 22 और मरीजों की मौत हो गई, जबकि 707 नए संक्रमित मिले हैं। सबसे राहत वाली बात है कि लगातार दूसरे दिन कोरोना पाजिटिव के मुकाबले ज्यादा मरीज रिकवर हुए हैं। रविवार को 707 नए मरीजों के मुकाबले 888 मरीज रिकवर हुए है, जबकि बीते शनिवार को भी 540 नए कोरोना के मुकाबले 711 मरीज स्वस्थ हुए थे। पूर्व दो दिन में ठीक होने वाली मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के बाद सेहत विभाग को उम्मीद जग रही है कि आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम हो गई। अब जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 7059 हो गई है। सेहत विभाग के मुताबिक अब तक जिले में 32676 लोग कोरोना पाजिटिव आ चुके हैं, जिनमें से 24974 ठीक हो चुके हैं, जबकि 643 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं जिले में 6203 मरीज होमआइसोलेट है, जबकि 596 मरीज अनट्रेस हैं।
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सेहत विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ाई सैपलिग
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सेहत विभाग ने अधिक से अधिक लोगों के कोरोना टेस्ट कर रही है। वहीं अब गांवों में सैंपलिग मुहिम तेज कर दी है। इसके तहत विभाग की तरफ से टीमों का गठन कर गांव-गांव पहुंचकर संक्रमित व्यक्ति की जानकारी एकत्र कर सैंपल ले रही है। टीम पहले गांवों में पहुंचकर बाहर से आने वाले एवं संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिग कर रही है तथा उनकी जांच में संदिग्ध होने पर लोगों को सैंपल के लिए चिन्हित किया जा रहा है। गोनियाना मंडी के गांव भोखड़ा व जंडावाला से संदिग्ध व्यक्तियों का सैंपल लिए। तलवंडी साबो के अधीन आते गांव की पंचायत व क्लब मेंबरों के सहयोग से सेहत विभाग की विशेष टीम ने गांव का डोर टू डोर सर्वे किया, जिसके बाद गांव में संदिग्धों के सैंपल लिए जा रहे हैं, ताकि गांव में कोरोना संक्रमण भी फैलने से रोका जा सके।