--कापी डेढ़ साल में 17 करोड़ में से सिर्फ 50 हजार रुपये की रिकवरी
चुनाव का मौसम है तो राज्य सरकार अब ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहती जिसके साथ उनके वोट बैंक को नुकसान हो।
साहिल गर्ग, बठिडा
चुनाव का मौसम है तो राज्य सरकार अब ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहती, जिसके साथ उनके वोट बैंक को नुकसान हो। बेशक वह आटा-दाल स्कीम के कार्ड हों या फिर बुढ़ापा पेंशन का। एक ओर जहां जिले में काटे गए आटा दाल के कार्ड बहाल किए जा रहे हैं, वहीं बुढ़ापा पेंशन के नाम पर घोटाला करने वाले लोगों से रिकवरी भी बंद कर दी गई है।
बुढ़ापा पेंशन घोटाले के तहत बठिडा जिले में 8762 लोगों से 17 करोड़ रुपये की रिकवरी करनी है। बीते साल जुलाई 2020 में जब इस मामले का खुलासा हुआ था तो संबंधित विभाग एक्टिव हो गए थे। लगातार मीटिगें हुई। आंगनवाड़ी मुलाजिमों को पेंशन की रिकवरी के नोटिस बांटने का काम दिया गया। इनका गांवों में काफी विरोध भी हुआ, जबकि कई जगहों पर तो अधिकारियों का घेराव भी हुआ। इसके चलते शुरू में 50 हजार रुपये की रिकवरी ही हो पाई, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया रिकवरी का काम भी कम हो गया। अब चुनाव आ गए हैं तो रिकवरी पूरी तरह से बंद है। इसको लेकर अधिकारियों को भी जुबानी तौर पर बोला गया है कि रिकवरी के लिए किसी को परेशान न किया जाए।
दूसरी तरफ रिकवरी की धीमी रफ्तार को अधिकारी किसानों के संघर्ष के कारण प्रभावित होने का नाम दे रहे हैं। कहा जा रहा है कि नोटिस देने जाते हैं तो लोग घेराव कर लेते हैं। गलत ढंग से पेंशन लेने के मामले में ज्यादातर कम उम्र के लोग थे, जो अपने आप को बुजुर्ग बताकर करीब दो साल तक पेंशन का लाभ लेते रहे। वहीं रिकवरी के लिए जिला स्तर पर कमेटियों का गठन किया गया। इसमें जिला सामाजिक सुरक्षा अफसर, सीडीपीओ, जिला रेवेन्यू अफसर के अलावा तहसील के मुलाजिमों को किया गया। नोटिस न लेने वालों से रिकवरी कैसे होगी, पता नहीं पेंशन रिकवरी का जो लोग नोटिस नहीं लेते या पैसे नहीं देते, उनसे रिकवरी कैसे करनी है, इसके बारे में कोई स्थिति क्लियर नहीं है। पेंशन घोटाला 2017 में हुआ था। अगर इस समय के दौरान किसी व्यक्ति की मौत हो चुकी है या फिर अपना घर छोड़ कहीं और चला गया है तो इसके बारे में भी विभाग को यह नहीं पता कि आगे क्या करना है। इस संबंध में जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी नवीन गढ़वाल का कहना है कि लोगों को नोटिस भेजे जा चुके हैं। मगर पेंशन की रिकवरी के लिए टीमों को कई प्रकार के विरोध का सामना करना पड़ता है। हालांकि रिकवरी न देने वालों को 420 का केस दर्ज करने की चेतावनी भी दी गई है। जिले के तलवंडी ब्लाक में भेजे ज्यादा नोटिस
ब्लाक नोटिस
तलवंडी साबो 2200
नथाना 1330
संगत 1220
बठिडा 1200
रामपुरा 787
मौड़ 680
भगता 370
फूल 215 बुढ़ापा पेंशन का नियम
- पुरुष की आयु 65 साल व महिला की आयु 58 साल होनी चाहिए
- पति-पत्नी की मासिक आय छह हजार से अधिक नहीं होनी चाहिए
- दो एकड़ या इससे कम जमीन वाले भी ले सकते हैं लाभ
- पेंशन लगवाने के लिए तहसील से आय प्रमाण पत्र जरूरी.