मार्च के अंत तक पीएमएस के 309 करोड़ रुपये जारी करेगी पंजाब सरकार: चट्ठा
पंजाब सरकार पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप (पीएमएस) के 309 करोड़ रुपये जारी कर देगी।
जागरण संवाददाता बठिडा: मार्च के अंत तक पंजाब सरकार पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप (पीएमएस) के 309 करोड़ रुपये जारी कर देगी, जो कि केंद्र सरकार की ओर से मिल चुके हैं। इस बात का आश्वासन ज्वाइंट एसोसिएशन आफ कालेजिस (जैक) के साथ हुई पंजाब सरकार के सभी प्रमुख अधिकारियों के साथ हुई बैठक में दिया गया। समिति में पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उच्च शिक्षा मंत्री तृप्त राजिदर सिंह बाजवा, समाज कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और संसदीय सचिव राज कुमार वेरका शामिल थे।
सीएम के प्रमुख प्रधान सचिव सुरेश कुमार, सीएम के विशेष प्रधान सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह, प्रमुख सचिव समाज कल्याण जसपाल सिंह, प्रमुख सचिव वित्त केएपी सिन्हा, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण अनुराग वर्मा, एससी और बीसी के कल्याण निदेशक मालविदर सिंह जग्गी और तकनीकी शिक्षा निदेशक सौरभ राज भी समिति का हिस्सा थे।
वहीं जैक से सतनाम एस संधू, डा.गुरमीत सिंह धालीवाल, जगजीत सिंह, डा. अंशु कटारिया और सुखमंदर सिंह चट्ठा ने स्कालरशिप के विभिन्न मुद्दों को उठाया। बैठक में जैक के सदस्यों ने 309 करोड़ जारी करने पर जोर दिया जो केंद्र की ओर से जारी कर दिया गया है। साथ ही जैक ने निजी कालेजों के 2017-18, 2018-19 और 2019-20 की लंबित पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप के 1850 करोड़ रुपये का भुगतान करने का भी आग्रह किया। साथ ही साथ जैक ने सरकार से ब्याज कटौती और फीस कैपिग मुद्दे को हल करने के लिए भी कहा।
फतेह ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन सुखमंदर सिंह चट्ठा ने कहा कि सरकार ने आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री पंजाब एससी छात्रों के भविष्य को लेकर बहुत चितित हैं। उन्होंने 31 मार्च से पहले 309 करोड़ रुपये जारी करने का आश्वासन दिया है। बाबा फरीद ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डा.गुरमीत सिंह धालीवाल ने कहा कि वह 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में राज्य के 40 फीसद हिस्से को लंबित कर देंगे और वह केंद्र सरकार की शेष 60 फीसद हिस्सेदारी के लिए जैक के साथ मिलकर काम करेंगे। यहां मंजीत सिंह, चरणजीत सिंह वालिया, निर्मल सिंह, डा.सतविदर सिंह संधू, सुखमंदर सिंह चट्ठा, शिमांशु गुप्ता और राजिदर सिंह धनोआ भी मौजूद थे।