कॉपी : नशे में धुत्त बस का ड्राइवर, सवारी पटियाला से बडबर तक लेकर आई रोडवेज की बस
गुरप्रेम लहरी ब¨ठडा पीआरटीसी भले ही कितना भी सुरक्षित सफर का वादा करे लेकिन उनके ड
गुरप्रेम लहरी ब¨ठडा
पीआरटीसी भले ही कितना भी सुरक्षित सफर का वादा करे लेकिन उनके ड्राइवर इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेते। इसकी मिसाल सोमवार को मिली, चंडीगढ़ से चलने वाली ब¨ठडा डिपो की बस को एक शराबी ड्राइवर चला रहा था। जब बस उसके नियंत्रण से बाहर हो गई तो एक सवारी को बस की ड्राइ¨वग करनी पड़ी। चंडीगढ़ से ब¨ठडा आने वाले ब¨ठडा वासी हर¨वदर ¨सह खालसा ने बताया कि चंडीगढ़ के बस स्टैंड से 5:40 वाली रोडवेज की पीबी 11-8475 नंबर की रोडवेज की बस में बैठ गए। पटियाला तक तो बस को ड्राइवर सही सलामत लेकर आया, लेकिन काफी देरी से पटियाला पहुंचे। लेकिन पटियाला के बाद तो बस उसके कंट्रोल से बाहर हो गई और वह बस को कभी इधर तो कभी उधर लेजाने लगा। ऐसे में सवारियों ने ड्राइवर को गाड़ी रोकने को कहा लेकिन वह नहीं माना, सवारियों ने जब दबाव बनाया तो गाड़ी रोकी। सवारियों ने देखा कि ड्राइवर की शराब पी हुई है। तो उसको सभी ने मिल कर पीटा। हर¨वदर ¨सह खालसा ने कहा कि कंडक्टर को गाड़ी चलाने के बारे में कहा तो उसने साफ मना कर दिया कि उसको ड्राइ¨वग नहीं आती। इसके बाद पटियाला से रामपुरा के लिए सफर करने वाले हरबंस ¨सह ने बताया कि वह बस को चला सकते हैं। इसके बाद उसने गाड़ी को चलाना शुरु किया। रात के साढ़े दस बजे तक वे संगरूर से थोड़ा आगे ही आए थे।
कैंटर में दो बार मारी गाड़ी
बस में सफर कर रही ईजीएस एसटीआर अध्यापक यूनियन की प्रधान सवरना देवी ने बताया कि पटियाला बस स्टैंड से बाहर निकलने के बाद पुलिस के पास एक कैंटर को टक्कर मार दी। बाद में जब दोबारा बस चलाने लगा तो दूसरी बार फिर टक्कर मार दी। हमें लगा कि कैंटर वाले की गलती होगी। बाद में आगे आगे आकर तीन झटके मारे और सवारियां गिरने लगी। ड्राइवर बस रोकने की बजाए हंसने लगा। इसके बाद इसको सीट से उतार दिया गया।
50 सवारियां थी बस में
पीआरटीसी की इस बस में कुल 50 सवारियां थी। इसको ब¨ठडा डिपो चमकौर ¨सह चला रहा था।
बड़बर से बस बदली
दैनिक जागरण की ओर से मामले को एमडी मनजीत ¨सह नारंग के ध्यान में लाने के बाद बड़बर में और बस भेज दी गई और सभी सवारियों को उसमें शिफ्ट कर दिया गया और उस बस को वहीं पर छोड़ दिया।
नुकसान हो जाता
अगर ड्राइवर से बस न पकड़ते तो बहुत बड़ा नुकसान हो जाना था। पूरी की पूरी बस को वह खत्म कर सकता था। शुक्र है कि बस में एक ड्राइवर था। नहीं तो समस्या और भी बढ़ जानी थी। हम अब सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
- प्रताप ¨सह,सवारी
डीआइ का जवाब भी गैर जिम्मेदाराना
मैंने कंडक्टर को जीएम से बात करने को कहा तो उसने डीआई हरजीत ¨सह से बात की। हरजीत ¨सह का जबाव भी बड़ा गैरजिम्मेदाराना रहा। उन्होंने कहा कि आप रामपुरा तक तो बस को लेकर आएं,आगे देख लेते हैं।
-हर¨वदर ¨सह खालासा,सवारी
नौकरी से जाएगा ड्राइवर : जीएम
मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं। मैं पता कर लेता हूं।ऐसा होना तो नहीं चाहिए। मैं कंडक्टर से बात करता हूं। ड्राइवर की शराब पीने का कनफर्म हो गया है। उसके खिलाफ एक्शन ले रहे हैं और अब वह अपनी नौकरी से जाएगा।
सु¨रदर ¨सह,जीएम,पीआरटीसी ब¨ठडा डिपो
अभी बात करता हूं
क्या? सवारी बस को चला रही है और ड्राइवर शराब के नशे में धुत्त है ? मैं अभी ब¨ठडा डिपो के जीएम से बात करता हूं।
मनजीत ¨सह नारंग, एमडी,पीआरटीसी
---