पार्क में सफाई को पहुंची निगम टीम पर भड़के पार्षद
नगर निगम की ओर से बेशक केंद्र सरकार के देशव्यापी आह्वान के तहत शहर में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है।
जासं, ब¨ठडा : नगर निगम की ओर से बेशक केंद्र सरकार के देशव्यापी आह्वान के तहत शहर में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। लेकिन निगम की कारगुजारी केवल पखवाड़ा मनाने तक ही सीमित होकर रह गई है। जबकि पूरा शहर कचरे से पटा पड़ा है। निगम की टीम चाहे बीती 16 अक्टूबर से इस मुहिम को चलाए हुए है, लेकिन पिछले करीब 15 दिनों से गंदगी से बेहाल शहर के लोगों को यह न केवल मात्र औपचारिकता लग रही है, बल्कि इससे भी आगे बढ़कर इसे ड्रामा करार दे रहे हैं। मात्र किसी एक पार्क या किसी अन्य स्थान की सफाई कर जोरों से अभियान चलाने का दम भरने वाली नगर निगम की टीम को आखिरकार सोमवार की सुबह एक पार्षद ने ही स्वच्छता वास्तविक हकीकत का आइना दिखा दिया।
निगम टीम पर भड़के पार्षद
दर्शन कुमार बिल्लू
निगम की सेनेटरी विभाग की टीम के अलावा स्वच्छ भारत अभियान की टीम सोमवार की सुबह शिव कॉलोनी स्थित पार्क में पहुंची। जहां पर उन्होंने पहले से ही शहर के बड़ी गिनती में समाजसेवियों को पहुंचने का आह्वान किया हुआ था। चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर सतीश कुमार, वरिष्ठ डिप्टी मेयर तरसेम चंद गोयल, पार्षद सुखमंदर, एमआइएस सोनिया ग्रोवर, वंशिता पुरी के अलावा डॉ. नरेश गोयल सहित शहर अनेक प्रमुख लोग भी शामिल थे। इस दौरान ही साथ के वार्ड के पार्षद दर्शन कुमार बिल्लू को भी बुला लिया गया। लेकिन पार्षद बिल्लू वहां पहुंचते ही बोलने से रहा नहीं गया। उन्होंने कहा कि उनके पूरे वार्ड के विभिन्न मोहल्लों की गलियों में सफाई न होने के कारण कचरा ही कचरा फैला हुआ है। लोग सफाई न होने के कारण उन्हें फोन करते हैं। सुबह साढे छह बजे वह सफाई कर्मियों के हाजिरी सेंटर पर पहुंचे, ताकि सफाई कर्मियों को साथ लेकर जहां सबसे अधिक कचरा इकट्ठा हुआ है, वहां की सफाई करवाई जा सके। लेकिन वहां पर कोई मौजूद नहीं था। जबकि यहां पर मात्र एक पार्क की सफाई करके अभियान चलाने की खानापूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि वह वार्ड की गलियों का हाल जाकर देखें। उन्हें अभियान की सच्चाई का पता चल जाएगा। पार्षद की बातें सुनकर सेनेटरी विभाग के इंस्पेक्टर बगले झांकने लगे, वहीं शहर के प्रमुख लोग उन्हें शांत करवाने में लग गए। सबको पता था कि पार्षद बिल्लू सच कह रहे हैं। शहर में हर तरफ कचरा ही कचरा पड़ा दिखाई दे रहा है। शहर के कचरे के तमाम सेकेंडरी प्वाइंट्स पर कचरे के अंबार लगे हुए हैं और कचरा उठ न पाने की वजह से इसकी मात्रा बढ़ती ही जा रही है।