केस दर्ज होने के चार माह बाद आरोपितों की नहीं हुई गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार ने दिया धरना
आरोपित लोगों पर केस दर्ज करने के बाद भी मामले में कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।
जासं, बठिडा : चार माह पहले घर में घुसकर जानलेवा हमला करने और पुलिस की तरफ से आरोपित लोगों पर केस दर्ज करने के बाद भी मामले में कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। चार माह बीत जाने के बाद भी आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया गया है, जबकि आरोपित खुले आम बाहर घूम रहे है। पुलिस की तरफ से कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में मंगलवार को पीड़ित परिवार ने थाने के बाहर रोष प्रदर्शन कर अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने थाना कैनाल के आगे बैठकर करीब एक घंटे बाहर बैठकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
कैनाल थाने के आगे परिवार समेत धरने पर बैठी सुखजीत कौर ने बताया कि गत 16 सितंबर की रात साढ़े नौ बजे के करीब एक दर्जन के करीब हथियारबंद लोगों ने उसके घर में घुसकर उसके पति जसकरण पर जानलेवा हमला कर दिया। आरोपितों ने घर में तोड़फोड़ करने के बाद घर में खड़ी कार भी तोड़ दी थी। वारदात को अंजाम देने के आरोपित मौके से फरार हो गए, जबकि घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में उक्त वारदात व आरोपित कैद हो गए। जिसके आधार पर थाना कैनाल पुलिस ने ब्रॉन गिल उर्फ लक्खा,मनीश कुमार उर्फ मछी, राज कुमार, राजू समेत 8-10 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया था,लेकिन पुलिस ने चार महीने के बाद भी आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया। सुखजीत कौर ने कहा कि वो आरोपितों को पकड़ने के लिए चार महीने से उच्चाधिकारियों के पास जाकर गुहार लगा चुकी है। उच्चाधिकारी आरोपितों को पकड़ने के लिए आदेश दे देते हैं, लेकिन थाने के मुलाजिम उन आदेशों को नहीं मानते है, जबकि आरोपित सरेआम घूम रहे हैं। सुखजीत कौर ने बताया कि एक दिन पहले मामले की जांच कर रहा सब इंस्पेक्टर दो युवकों को लेकर उनके घर में समझौता करने का दबाव डालने के लिए आया था। इस संबंध में एसएचओ थाना कैनाल राजिदर सिंह का कहना है कि एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि एक ने हाईकोर्ट से जमानत ले ली है, बाकी फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।