Move to Jagran APP

जमीन अधिग्रहण के पैसे साझे खाते में डालने का विरोध, लोगों ने घेरा डीसी दफ्तर

बठिडा-डबवाली सिक्सलेन प्रोजेक्ट को लेकर जमीन अधिग्रहण के मुआवजे को लेकर प्रशासन व जमीन मालिकों के बीच पैदा हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Sep 2021 09:06 PM (IST)Updated: Tue, 07 Sep 2021 09:06 PM (IST)
जमीन अधिग्रहण के पैसे साझे खाते में डालने का विरोध, लोगों ने घेरा डीसी दफ्तर
जमीन अधिग्रहण के पैसे साझे खाते में डालने का विरोध, लोगों ने घेरा डीसी दफ्तर

जागरण संवाददाता, बठिडा: बठिडा-डबवाली सिक्सलेन प्रोजेक्ट को लेकर जमीन अधिग्रहण के मुआवजे को लेकर प्रशासन व जमीन मालिकों के बीच पैदा हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है। पहले कम पैसे देने के विरोध में लोगों की ओर से प्रदर्शन किया गया तो अब जमीन के पैसे साझे खाते में डाले जाने के विरोध में लोगों ने मंगलवार को डीसी दफ्तर का घेराव कर दिया और जमकर नारेबाजी की।

loksabha election banner

इस दौरान जसप्रीत सिंह ने बताया कि प्रशासन की ओर से साझे पैसे एक खाते में डाले जा रहे हैं। ऐसे में लोगों के बीच झगड़ा हो रहा है। प्रशासन को चाहिए कि लाभकारी के खाते में ही पैसे डाले जाएं। ऐसा न हुआ तो वे संघर्ष करेंगे। वहीं धरने की सूचना मिलने के बाद तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़ भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने धरनाकारियों के धरने में बैठकर उनको आश्वासन दिया, जिसके बाद डीसी के साथ मीटिग भी करवाई। मगर लोगों ने जमीन के लिए सही पैसे देने की मांग की।

दूसरी तरफ जमीन मालिकों की ओर से बठिडा एसडीएम हरजोत कौर से मिलकर मामले की जांच की मांग की गई है। उनका कहना है कि जिसकी जमीन को एक्वायर किया गया है, उसका मुआवजा कई-कई लोगों को बांट दिया गया। हालांकि जिनको मुआवजा मिल गया है, उनकी जमीन भी नहीं है। ऐसे में उनको काफी परेशान होना पड़ रहा है। उधर, एसडीएम हरजोत कौर ने बताया कि सभी फाइलों की जांच के बाद जो भी अवार्ड सुनाया गया है, वह नियमों के अनुसार ही है। अगर किसी को कोई आपत्ती है तो वह अपील कर सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.