रेल लाइन पार क्षेत्र की एक लाख की आबादी डाक सेवा से वंचित
डाक घरों में सेविग खाते खोलने पर जोर दे रहा है और इंडियन पोस्ट पैमेंट बैंक जैसी सुविधाएं प्रदान कर रहा है।
सुभाष चंद्र, बठिडा: भारतीय डाक विभाग जहां अपने कर्मचारियों को घर-घर जाकर लोगों को डाक घरों में सेविग खाते खोलने पर जोर दे रहा है और इंडियन पोस्ट पैमेंट बैंक जैसी सुविधाएं प्रदान कर रहा है, वहीं विभाग के बठिडा के अधिकारियों ने शहर की रेल लाइनों के पार की एक लाख से भी अधिक आबादी को डाक सेवा से पूरी तरह से वंचित कर रखा है। रेल लाइन पार क्षेत्र की आधे से अधिक की आबादी में जहां पिछले नौ माह से साधारण डाक का वितरण नहीं हो रहा है, वहीं आधी आबादी को पिछले पांच माह से डाक नहीं मिल रही है। विभाग के अधिकारियों का हाल देखिए कि वह इस सबसे अपने आप को अनजान सिद्ध करने की कोशिश कर रहे हैं। इस स्थिति से अवगत कराए जाने के बावजूद समस्या को पता कर लेने जैसी बात कहकर गंभीरता की बजाए हल्के में ही ले रहे हैं।
ड्यूटी महिला कर्मचारी
की, बांट रहा कोई युवक
रेल लाइन पार एरिया के सबसे बड़े परसराम नगर और साथ के इलाकों का डाकिया बीते मार्च में सेवानिवृत्त हो चुका है। इसी तरह प्रताप नगर और इसके साथ लगते क्षेत्रों का डाकिया बीते अगस्त में सेवानिवृत्त हो चुका है। जब से यह दोनों पोस्टमैन सेवानिवृत्त हुए हैं, विभाग ने वहां पर एक युवक की डाक बांटने की ड्यूटी लगाई हुई है। लेकिन क्षेत्र के लोगों के अनुसार वह डाक विभाग का कर्मचारी नहीं है, वास्तव में विभाग ने डाक वितरण की जिम्मेदारी एक महिला कर्मचारी की लगाई हुई है पर वह खुद डाक बांटने की बजाए आगे किसी विक्की नाम के युवक से डाक बंटवा रही है। परंतु लोगों को इस बात से कोई दिक्कत नहीं है कि डाक कौन बांट रहा है। दिक्कत यह है कि वह युवक केवल रजिस्टर्ड डाक ही बांट रहा है। साधारण डाक बिलकुल नहीं बांटी जा रही है। बैंक की ओर से भेजा गया एटीएम कार्ड भी नहीं मिला
परसराम नगर वासी राम लाल गर्ग, अर्जुन नगर वासी दीपक बजाज व जनता नगर निवासी मनीश कुमार ने बताया कि महीनों से उनके पास कोई डाक नहीं पहुंच रही है। जबकि पहले एक-दो माह में कोई न कोई पत्र आ जाता था। दुग्गल पैलेस के नजदीक सेनेटरी की दुकान करने वाले शंकर कुमार झा ने बताया कि उसका एटीएम कार्ड आना था। जब नहीं आया तो उसने बैंक जाकर पता किया तो बताया कि वह तो कब का भेजा जा चुका है। अपने एरिया के डाकिया से पता करें। वह डाकखाने भी जाकर आ चुका है, लेकिन उसका एटीएम नहीं मिला है। पहले हर माह उसके बिजनेस से संबंध डाक आती थी, लेकिन पिछले नौ महीनों से एक भी पत्र नहीं आया। पता कर लेंगे, क्यों नहीं बंट रही डाक : पोस्ट मास्टर
जब डाकघर की पोस्ट मास्टर कुसुम लता से क्षेत्र में डाक न बंटने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो डाक बांटता है वह फील्ड में डाक बांटने ही गया है। उसके आने पर पता कर लेंगी कि साधारण डाक क्यों नहीं बंट रही है।