पुलिस ने शिवसेना नेताओं को किया घर में नजरबंद
विधायक अरुण नारंग पर बीते दिनों हमला करने वाले आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग तेज हो गई है।
जागरण संवाददाता, बठिडा : मलोट में अबोहर के विधायक अरुण नारंग पर बीते दिनों हमला करने वाले आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शिवसेना पंजाब के नेताओं की तरफ से भूख हड़ताल करने की हो रही तैयारियों पर पुलिस ने पानी फेर दिया। प्रमुख नेताओं को घर में ही नजरबंद कर दिया। भूख हड़ताल पर शिवसेना पंजाब के वरिष्ठ उप प्रधान सुशील कुमार जिदल, जिला संगठन मंत्री अर्पण बागड़ी व हिदुस्तान शिवसेना के जिला प्रधान परमवीर गुप्ता ने आर्य समाज चौक में बैठना था।
सुशील जिदल ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा धरने से पहले ही उनको सुबह ही उनके घरों में ही नजरबंद कर लिया गया। पुलिस का कहना था कि अगर भूख हड़ताल होगी तो कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है। इसलिए उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा। सुशील जिदल ने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में कुछ गुंडा तत्व समाज में अराजकता फैलाने की साजिशें कर रहे हैं। किसान आंदोलन की आड़ में पंजाब को आतंकवाद की भट्ठी में झोंकने की साजिश की जा रही है, वहीं दूसरी ओर लगातार पुलिस प्रशासन के अधिकारी कर्मचारियों के ऊपर भी जानलेवा हमले किए जा रहे हैं। परंतु पंजाब सरकार व केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। हिदू समाज की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है। यह कतई बर्दाश्त नहीं होगा उन्होंने कहा कि विधायक अरुण नारंग पर हमला करने वाले सभी आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए अन्यथा परिणाम गंभीर होंगे। नजरबंदी के दौरान उप प्रधान पंजाब अंकुर गर्ग, जिला प्रधान विक्रम वर्मा आदि कई नेता सुशील जिदल को मिलने उनके घर पर पहुंचे।