समाजसेवी संस्थाओं ने दी निगम दफ्तर में लावारिस पशु छोड़ने की चेतावनी
शहर में फैले हुए पशुओ के झुंडों से रोजाना हो रहे हादसों से परेशान शहर की संस्थाओं व शहरवासियों द्वारा 4 सितंबर की पब्लिक मी¨टग व 10 सितंबर को सभी लोगों द्वारा दिए गए मांग पत्र के बाद रविवार को फिर से सभी संस्थाओं व शहर वासियों की बैठक बंगले वाली धर्मशाला में कई गई।
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : शहर में फैले हुए पशुओ के झुंडों से रोजाना हो रहे हादसों से परेशान शहर की संस्थाओं व शहरवासियों द्वारा 4 सितंबर की पब्लिक मी¨टग व 10 सितंबर को सभी लोगों द्वारा दिए गए मांग पत्र के बाद रविवार को फिर से सभी संस्थाओं व शहर वासियों की बैठक बंगले वाली धर्मशाला में कई गई। इसमें पशुओं की गंभीर समस्या को लेकर निगम द्वारा अभी तक कोई एक्शन न लिए जाने पर मांग पत्र का समय पूरा होने पर तीखे संघर्ष का बिगुल बजाने का एलान किया गया। समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर सामाजिक संस्थाओं की ओर से दिए गए मांग पत्र पर प्रशासन ने सीमित समय के अंदर एक्शन शुरू न किया गया तो सर्वप्रथम 20 सितंबर को नगर निगम की शव यात्रा निकालते हुए निगम के गेट पर नगर निगम अधिकारियों का पुतला जलाकर प्रदर्शन किया जाएगा। प्रतिनिधियों ने कहा अगर फिर भी निगम प्रशासन न जागा तो जल्द ही शहर के पशु एकत्रित करके नगर निगम में छोड़े जाएंगे और विरोध प्रदर्शन जारी रखा जाएगा।
बैठक में विचार रखते हुए संस्थाओं द्वारा मृत पशुओं के कारण आ रही समस्या पर भी तीखे विचार रखते हुए तय किया कि कहीं भी मृत पशु मिलता है तो पहले उसकी शिकायत नगर निगम को की जाएगी, अगर 4 घंटों के भीतर उस पशु को निगम द्वारा नहीं उठवाया जाता तो उस मृत पशु संस्थाएं खुद उठाकर नगर निगम के गेट के आगे रखेंगे, ताकि जो परेशानी शहर वासियों को होती है उसका अहसास नगर निगम में बैठे मूक अधिकारियों को करवाया जा सके।
इस मौके पर नौजवान वेलफेयर सोसायटी, जीवन ज्योती वेलफेयर कल्ब, समर्पण वेलफेयर सोसायटी, निष्काम वेलफेयर सोसायटी, श्री हनुमान सेवा समिति, श्री साई सेवा दल, साथी वेलफेयर सोसायटी, सहयोग वेलफेयर सोसायटी, श्री शिव शंकर वेलफेयर सोसायटी, ग्राहक जागो, अप्पू सोसायटी, शहीद जरनैल ¨सह मेमोरियल सोसायटी, यंग ब्लड क्लब, यूनाइटेड वेलफेयर सोसायटी, स्वामी विवेकानंद चेरिटेबल ट्रस्ट, एनिमल केयर मिशन व अन्य संस्थाअरें के पदाधिकारियों के साथ शहरवासी मौजूद थे।
-------
ये हैं संस्थाओं की मांगें
- निगम की हद में आती सभी टालों पर सड़क के ऊपर हरा चारा डालना बंद करवाके उसे उचित स्थान पर डलवाया जाए, अवहेलना करने वाले पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
- शहर के 26 एंट्री प्वाइंट पर 2007 की तर्ज पर किसी भी तरह के बेसहारा पशु की शहर में एंट्री पर रोक लगाई जाए।
- शहर में घूम रहे पशुओ को एकत्रित करके शहर से बाहर करने की योजना बनाई जाए।
- शहर में स्थित सभी डेयरियों व पशु पालकों को कड़े निर्देश देकर पशुओं की टैग लगाए जाएं।
- पशुओं की बढ़ती तदाद रोकने के लिए नसबंदी की जाए।
- पंजाब सरकार को निगम के जरिए नजदीक के गांवों में गांव के पशुओं को संभालने के लिए व्यवस्था की जाए।