वित्तमंत्री ने किया कोविड अस्पतालों का दौरा
कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते संक्रमित मरीजों को सरकारी व निजी अस्पतालों में आ रही समस्या को जानने के लिए शनिवार को वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने सभी कोविड अस्पतालों का निरीक्षण किया।
जासं,बठिडा: कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते संक्रमित मरीजों को सरकारी व निजी अस्पतालों में आ रही समस्या को जानने के लिए शनिवार को वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने सभी कोविड अस्पतालों का निरीक्षण किया। मरीजों और उनका इलाज कर रहे डाक्टरों से बात की।
लेवल वन, टू और थ्री में उपलब्ध सुविधाओं, आक्सीजन, वेंटिलेटर और वैक्सीन की उपलब्धता की जानकारी हासिल की। आक्सीजन सप्लाई बढ़ाने के लिए जिला अधिकारियों को हिदायत की। साथ ही कोविड मरीजों के स्वजनों को दिलासा दिया। अस्पतालों में सभी कमियां दूर करने की डीसी को हिदायतें दीं। कहा कि कोरोना महामारी से जूझ रहे मरीजों को आक्सीजन और दवा की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने सिविल असपताल बठिडा, आदेश अस्पाल भुच्चो, इंद्राणी अस्पताल, अरुणा अस्पताल, दिल्ली हार्ट अस्पताल, ग्लोबल अस्पताल, बड़ियाल अस्पताल में बनाए गए कोविड सेंटरों का दौरा किया। उनके साथ डीसी बी श्रीनिवासन, सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो भी मौजूद थे। सरकारी में वेंटीलेटर नहीं, आप निजी अस्पताल चले जाओ..
सिविल अस्पताल में एक कोरोना संक्रमित मरीज के स्वजन ने वित्तमंत्री मनप्रीत बादल से वेंटीलेंटर सुविधा की मांग की। उसने कहा कि जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में एक वेटीलेंटर नहीं है। इस पर वित्तमंत्री ने कहा कि यहां लेवल थ्री के बेंड नहीं हैं। आप निजी अस्पताल में चले जाएं। मरीज के स्वजन ने कहा कि निजी अस्पताल वाले एक दिन का हजारों रुपये बिल बना रहे हैं। वह कहां से लाएंगे। आप यहीं पर प्रबंध करो। वित्तमंत्री ने कहा कि अस्पताल में टेक्नीशियन नहीं है, इसलिए यह सुविधा नहीं है। आप फरीदकोट सरकारी अस्पताल में चले जाओ। मरीज के स्वजन ने कहा कि वहां पर जाने में समय लगेगा, तब उनके मरीज की जान को खतर भी हो सकता है। इसका मनप्रीत बादल के पास कोई जवाब नहीं था। वह चुपचाप गाड़ी में बैठकर वहां से चले गए।