भाजपा के जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों में एक माह से चल रहा विवाद खत्म
एक माह से चला आ रहा विवाद आखिरकार मंगलवार की शाम को समाप्त हो गया।
जागरण संवाददाता, बठिडा : भाजपा के जिला अध्यक्ष विनोद बिटा और पार्टी के छह मंडल अध्यक्षों वरिदर शर्मा, जयंत शर्मा, दर्शन जौड़ा, विनोद कुमार, मुनीश गर्ग एवं संदीप बिटा के बीच पिछले लगभग एक माह से चला आ रहा विवाद आखिरकार मंगलवार की शाम को समाप्त हो गया। भाजपा के प्रदेश महासचिव दयाल दास सोढ़ी की तरफ से मंगलवार की शाम को जीत पैलेस में जिला अध्यक्ष एवं मंडल अध्यक्षों के बीच करवाई गई बैठक के दौरान विवाद को खत्म कराया गया। जिला प्रधान ने मंडल अध्यक्षों को विश्वास दिलाया कि भविष्य में पार्टी में उन्हें बनता मान-सम्मान दिया जाएगा। इस पर मंडल अध्यक्षों ने भी भरोसा दिलाया कि वे पार्टी के लिए काम में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
प्रधानमंत्री की रैली के
दिन दे दिए थे इस्तीफे
लोकसभा चुनाव को लेकर बीती 13 मई को बठिडा में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान जिला प्रधान विनोद बिटा की ओर से उचित मान सम्मान न देने से दुखी होकर शहर के चारों मंडल अध्यक्षों जयंत शर्मा, वरिदर शर्मा, दर्शन जौड़ा तथा विनोद कुमार के अलावा संगत मंडी मंडल के मुनीश गर्ग तथा गोनियाना मंडल अध्यक्ष संदीप कुमार बिटा ने प्रधानगी पद से इस्तीफे दे दिए थे। उन्होंने अपने इस्तीफे प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक को भेज दिए थे। हालांकि इन इस्तीफों पर अभी तक प्रदेश अध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की है। लेकिन इन सभी नेताओं ने जिला अध्यक्ष के साथ पार्टी की गतिविधियों में हिस्सा लेना बंद कर रखा था। अब इधर शहर के वार्ड का उपचुनाव आ गया तो यह लोग भाजपा प्रत्याशी के साथ चुनाव मैदान में भी नहीं निकल रहे थे। इसके चलते पार्टी प्रत्याशी का चुनाव प्रचार भी तेजी नहीं पकड़ पा रहा था। आखिरकार जिला पदाधिकारियों ने इसकी अहमियत को समझते हुए प्रदेश महासचिव ने जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों के बीच में बैठक करवाकर इस विवाद का निपटारा किया। प्रदेश महासचिव दयाल सोढ़ी ने कहा कि भाजपा एक परिवार है। इसलिए वे गिले शिकवे भुलाकर पार्टी के लिए एकजुट होकर काम करें। बैठक में पूर्वी मंडल के प्रधान दर्शन सिंह जोड़ा, पश्चिम मंडल के जयंत शर्मा, केंद्रीय मंडल के वरिन्दर शर्मा एवं संगत मंडी मंडल के प्रधान मुनीश कुमार शामिल हुए। अन्य मंडल अध्यक्ष अपने अन्य कामों में व्यस्त होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके। सोढ़ी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों पक्षों के विवाद का निपटारा कर दिया गया है। सभी मंडल अध्यक्षों को उचित मान सम्मान मिलेगा।