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दिल की बीमारी का मुख्य कारण मोटापा: हरविदर सिंह

सिविल अस्पताल में सीनियर मेडिकल अफसर डा. अलका गर्ग की अगुआई में विश्व हृदय दिवस मनाया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 09:00 PM (IST)Updated: Wed, 29 Sep 2021 09:00 PM (IST)
दिल की बीमारी का मुख्य कारण मोटापा: हरविदर सिंह
दिल की बीमारी का मुख्य कारण मोटापा: हरविदर सिंह

संवाद सूत्र, रामां मंडी: स्थानीय सिविल अस्पताल में सीनियर मेडिकल अफसर डा. अलका गर्ग की अगुआई में विश्व हृदय दिवस मनाया गया। ब्लाक एजूकेटर हरविदर सिंह ने कहा कि दिल की बीमारियों का मुख्य कारण मोटापा और मोबाइल है। दिल की बीमारियों से बचने के लिए बढ़ती आयु के साथ फैट वाली वस्तुओं का इस्तेमाल कम करें। इसके अलावा कसरत और सुबह की सैर जरूर करें।

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विश्व हृदय दिवस पर इको व्हीलर्स क्लब ने किया डाक्टरों का सम्मान इको व्हीलर्स क्लब मानसा की ओर से विश्व ह्रदय दिवस पर बुधवार को सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान मूल रूप सेल मानसा निवासी दिल के रोगों के माहिर डाक्टरों को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। इनमें जिदल हार्ट अस्पताल बठिडा के डा. राजेश जिदल, दिल्ली हार्ट अस्पताल से डा. नरेश गोयल, सत्यम अस्पताल से डा. राजीव व मेडिसिटी अस्पताल मानसा से डा. विवेक जिदल शामिल थे। क्लब के सरप्रस्त डा.जनक राज सिगला ने कहा कि इन डाक्टरों पर मानसा को गर्व है।

जिदल हार्ट अस्पताल के डा. राजेश जिदल ने कहा कि मानसा में आकर अपनापन महसूस होता है। स्कूल के समय उनकी खेलों में दिलचस्पी शुरू हो गई थी। मानसा में न उस समय स्पो‌र्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर था और न ही अब है। बिना ग्रांउड के ही वे मानसा की गलियों में खेलते-कूदते रहते थे और कॉलेज भी पैदल चल कर या दौड़ कर जाते थे। उन्होंने विश्व हृदय दिवस पर शहर वासियों को जागरूक करने का आह्वान किया।

दिल्ली हार्ट अस्पताल के डा.नरेश गोयल ने कहा कि हम पहले स्कूलों में खेलते थे, लेकिन अब स्कूलों में खेलने के लिए जगह ही नहीं बची। इस कारण खेलें बंद हो गई। हमें बचपन से ही बच्चों को सेहत के प्रति जागरूक करना पड़ेगा। बीमारी के लक्षण आने पर भी हम उनको अनदेखा करते हैं, जो नुकसानदेह हो सकता है। जब भी छाती के बीच घुटन महसूस हो, जलन होती हो या घबराहट महसूस हो, तो समझ लेना चाहिए कि दिल की बीमारी की आहट है।

सत्यम हार्ट अस्पताल के डा. राजीव ने कहा कि साइकिलिग सेहत के लिए बहुत अच्छी है। जिम से एरोबिक्स एक्सरसाइज ज्यादा अच्छी है। वह खुद भी साइकिलिग करते हैं। इससे शरीर फिट रहता है और दिल की बीमारियां होने के चांस बहुत कम हो जाते हैं।

मेडिसिटी अस्पताल मानसा के डा.विवेक जिदल ने कहा कि दिल के रोगों से बचने के लिए खान-पान ठीक रखना होगा। नमक की मात्रा कम से कम लें। तेल का बहुत कम उपयोग करें। सुबह का खाना हेवी, लंच हल्का और शाम का खाना बहुत कम लेना चाहिए। फिट रहने के लिए खाना, सोना और मानसिक सेहत का ठीक होना बहुत जरूरी है।

इस दौरान डाक्टरों ने वहां मौजूद दर्शकों के सवालों के जवाब भी दिए। एक सवाल के जवाब में डा. राजेश जिदल ने कहा कि शारीरिक काम न करने वालों को अनाज कम से कम लेना चाहिए। बार-बार तड़के लगा कर खाना बहुत नुकसानदेह होता है। डा. नरेश ने कहा कि बकरे का मीट सेहत के लिए नुकसानदेह है। चिकन डीफ्राइड नहीं लेना चाहिए। चावल को फ्रिज में रख कर दोबारा नहीं खाना चाहिए, उसमे बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं। फल और सलाद खाने से पहले खाने चाहिए। इस मौके पर डा. पंकज, डा.सुबोध गुप्ता, अमन औलख, डा. प्रशोतम जिदल आदि मौजूद थे। अंत में क्लब के प्रधान बलविदर सिंह काका ने सबका धन्यवाद किया।


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