बिना जांच के शहर में धड़ल्ले से लग रही नंबर प्लेट
सरकार की ओर से वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम शुरू किया गया है।
जासं, बठिडा : चोरी के वाहनों को कोई आगे न बेच सके, इसके लिए सरकार की ओर से वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम शुरू किया गया है। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से बार-बार आदेश भी जारी किए जाते हैं। लेकिन इन पर अभी तक कोई अमल नहीं हुआ। हालात यह हैं कि शहर में वाहनों पर नंबर प्लेट लगाने का काम करने वाले दुकानदार कुछ पैसों के लालच में दस्तावेजों की बिना जांच पड़ताल किए नंबर प्लेट लगाना शुरू कर देते हैं। उनको जाकर सिर्फ इतना ही बताना है कि हमें इस नंबर की प्लेट चाहिए, जिसके बाद वह तुरंत आपके साथ रेट तय करेंगे और नंबर प्लेट निकाल कर फिक्स कर देंगे। इसके लिए आपसे किसी भी प्रकार का कोई कागजात नहीं लिया जाएगा, बेशक वाहन चोरी का ही क्यों न हो।
इस संबंध में एडीसी जनरल सुखप्रीत सिंह सिद्धृ की ओर से आदेश भी जारी किए गए थे कि वाहनों पर नंबर प्लेट सिर्फ गांव नरुआणा में ही लगाई जाएगी। इसको लेकर जब शहर में नंबर प्लेट बनाने वाली दुकानों का दौरा किया तो किसी ने भी नंबर प्लेट लगाने के लिए कागजात नहीं मांगे और एक नंबर प्लेट लगाने के 100 से 120 रुपये रेट रखा। यहां तक कि दुकानदारों ने तो यह भी नहीं पूछा कि इसकी आरसी है या नहीं। सुरक्षा के लिहाज से कम से कम नंबर प्लेट लगवाने के लिए आने वाले का आइडी प्रूफ जरूर रखना चाहिए। इस कारण नहीं जाते गांव नरुआणा
जिला प्रशासन की ओर से वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम शहर से आठ किलोमीटर दूर गांव नरुआणा में किया जाता है। वहां पर जाने के बाद वाहन चालक को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए पहले तो शहर में बने दफ्तर में फाइल पास करवानी पड़ती है, जिसके बाद नरुआणा में जाकर फीस भरी जाती है। इसके बाद फिर से शहर के दफ्तर में फीस भरने की मंजूरी मिलने के बाद वाहन पर नंबर प्लेट लगती है। इसके लिए फिर से आठ किलोमीटर दूर गांव नरुआणा में जाना पड़ता है। यहीं नहीं गांव नरुआणा में नंबर प्लेट लगवाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। इस कारण लोग वहां पर जाने से किनारा करते हैं और शहर में दुकानदार नंबर प्लेट लगाने में सरगर्म हैं।
शहर में होंगे 50 दुकानदार शहर में वाहनों पर नंबर प्लेट लगाने का 50 के करीब दुकानदार विभिन्न एरियों में काम करते हैं। इसमें सबसे ज्यादा गिनती गोनियाना रोड पर है। एक दुकानदार दिन में एवरेज 10 के करीब वाहनों पर नंबर प्लेट लगाता है। इसके चलते हर रोज शहर में 500 के लगभग वाहनों पर नंबर प्लेट लगाई जाती है, लेकिन इनके द्वारा कोई भी कागजात नहीं लिया जाता। इसी कारण चोर गिरोह भी सरगर्म है, जो वाहन चोरी होने के बाद किसी के भी वाहन की जाली नंबर प्लेट लगाकर उसको आगे बेच देते हैं या फिर ऐसे ही चलाते रहते हैं।
बिना नंबर प्लेट के नहीं मिलती आरसी
शहर में अब हर वाहन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया है। अगर किसी वाहन की आरसी ट्रांसफर करवानी है या कोई बदलाव करवाना है तो उसके लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना बहुत जरूरी है। अगर यह नहीं होता तो आरसी ही नहीं निकलती। इसको अब नए व पुराने सभी प्रकार के वाहनों पर लागू कर दिया है। इसको लेकर आरटीए उदयदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि हर वाहन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य है, अगर कोई ऐसा नहीं करता तो उस पर कार्रवाई भी की जाएगी। शहर में नंबर प्लेट लगाने वाले दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।