सेवाएं ठप कर एनएचएम मुलाजिमों की हड़ताल
एनएचएम मुलाजिमों के एक बार फिर सरकार की वादाखिलाफ के विरोध में मोर्चा खोलते हुए कलमछोड़ हड़ताल शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, बठिडा: कोरोना काल के दौरान बीमारी व आम जनता के बीच दीवार बनकर खड़े एनएचएम मुलाजिमों के एक बार फिर सरकार की वादाखिलाफ के विरोध में मोर्चा खोलते हुए कलमछोड़ हड़ताल शुरू कर दी है। इसके तहत सिविल सर्जन दफ्तर के बाहर इकट्ठा हुए आरएनटीसीपी, आरबीएसके, एनएचएम, आइसीडीएस आदि के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
मुलाजिमों का रोष था कि वह 15 साल से पंजाब के लोगों की सेवाएं कर रहे हैं। यहां तक कि कोरोना काल के दौरान कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों को बचाया, लेकिन सरकार उनके काम का कोई भी मूल्य नहीं डाला। नए एक्ट में उनको बाहर निकाल दिया गया है, जिसके खिलाफ अब कलमछोड़ हड़ताल शुरू की गई है। एनएचएम के करीब 12 हजार सेहत कर्मचारी विभिन्न पोस्टों पर काम कर रहे हैं, जिनके द्वारा समय-समय पर सरकार के खिलाफ संघर्ष किया गया। वहीं उनकी हड़ताल के कारण कोरोना टेस्टिग, कोरोना टीकाकरण, घर घर दस्तक मुहिम, डेंगू टेस्ट, डिलिवरी केस, टीबी अस्पताल का काम भी बंद हो गया, जिस कारण दिन भर अस्पताल में मरीज परेशान होते रहे। इसके अलावा कोरोना वैक्सीनेशन की मुख्य साइट जीएनएम स्कूल में भी टीकाकरण का काम नहीं हुआ। इस दौरान नरिदर कुमार ने कहा कि यह हड़ताल उनकी तब तक जारी रहेगी, जब तक सरकार अपना वादा पूरा नहीं करती। उन्होंने कहा कि हर बार सरकार सिर्फ आश्वासन देती है, लेकिन आज तक कर्मचारियों से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। इस मौके पर मनप्रती कौर, सुनील कुमार, अमन सिगला, कृष्ण कुमार आदि उपस्थित थे।