त्रिवेणी से सीवरेज और पानी के अधूरे प्रोजेक्ट जल्द पूरे कराने के निर्देश
शहर की बदहाल सीवरेज व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने के अलावा वाटर सप्लाई की समस्या को लेकर राज्य के वित्तमंत्री तथा क्षेत्र के विधायक मनप्रीत ¨सह बादल ने सोमवार की शाम को पावरकॉम के थर्मल प्लांट के साथ झीलों में स्थित रेस्ट हाउस में नगर निगम अधिकारियों के साथ करीब डेढ़ घंटा लंबी गुप्त बैठक की।
सुभाष चंद्र, ब¨ठडा : शहर की बदहाल सीवरेज व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने के अलावा वाटर सप्लाई की समस्या को लेकर राज्य के वित्तमंत्री तथा क्षेत्र के विधायक मनप्रीत ¨सह बादल ने सोमवार की शाम को पावरकॉम के थर्मल प्लांट के साथ झीलों में स्थित रेस्ट हाउस में नगर निगम अधिकारियों के साथ करीब डेढ़ घंटा लंबी गुप्त बैठक की। इस बैठक में निगम के कमिश्नर डॉ. ऋषिपाल ¨सह, एक्सइएन द¨वदर जौड़ा के अलावा डीसी परनीत, एडीसी साक्षी साहनी, एडीसी सुखप्रीत ¨सह भी मौजूद थे। हालांकि इस गुप्त बैठक के बारे में कोई भी अधिकारी जानकारी देने को तैयार नहीं है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि शहर की बदहाल सीवरेज व्यवस्था को लेकर वित्तमंत्री काफी परेशान हैं और वह शहर के लोगों को इस समस्या से स्थायी छुटकारा दिलाना चाहते हैं। चूंकि शहर के सीवरेज व वाटर सप्लाई के नए काम के अलावा मेंटीनेंस का कार्य भी राज्य की पूर्व सरकार के निर्देश के तहत नगर निगम पर शासित अकाली-भाजपा गठबंधन की ओर से त्रिवेणी इंजीनिय¨रग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड को सौंपा हुआ है। इसलिए बैठक में त्रिवेणी कंपनी के साथ हुए विभिन्न कार्यों के करार को लेकर मंत्रणा की गई।
त्रिवेणी कंपनी से नए काम के अलावा मेंटीनेंस का भी करार
निगम की ओर से पूर्व सरकार के कार्यकाल के दौरान त्रिवेणी कंपनी के साथ शहर में नया सीवरेज, नई वाटर सप्लाई की पाइप लाइन डालने के 220 करोड़ रुपये के करार के अलावा 68 करोड़ रुपये के मेंटीनेंस का करार हुआ है। सभी काम मिलाकर यह कुल 288 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है। त्रिवेणी अब तक करीब 60 करोड़ रुपये का काम कर चुकी है। सूत्रों के अनुसार बैठक में गहन विचार विमर्श के बाद वित्तमंत्री मनप्रीत ¨सह बादल ने शहर में नई सीवरेज और वाटर सप्लाई की लाइनें डालने, गंदे पानी की निकासी के लिए बनाई जा रही राइ¨जग मेन सहित अन्य सभी प्रोजेक्ट त्रिवेणी कंपनी से जल्दी पूरे कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि जहां पर भी पीने के पानी की सप्लाई नहीं पहुंच रही है और जहां सीवरेज का पानी मिक्स होकर जा रहा है, उन सभी क्षेत्रों में नई पाइप लाइनें भी डाली जाएं। लोगों को बदहाल सीवरेज और पानी की समस्या से जल्दी छुटकारा दिलाने के लिए यह सभी काम प्राथमिकता के आधार पर त्रिवेणी कंपनी से करवाए जाएं। इन कामों में देरी उन्हें बर्दाश्त नहीं है।
एक जनवरी से मेंटीनेंस का काम अपने हाथ में लेगा निगम
बैठक के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि त्रिवेणी कंपनी शहर में नया सीवरेज और नई वाटर सप्लाई की लाइनें बिछाने का काम ही करे। इसके अलावा सीवरेज और वाटर सप्लाई की मेंटीनेंस का काम निगम अपने हाथ ले। 31 दिसंबर 2018 तक मेंटीनेंस का जितना अधिक से अधिक काम त्रिवेणी कंपनी से करवाया जा सकता है, वह करा लिया जाए, लेकिन एक जनवरी से यह काम नगर निगम खुद करे। गौरतलब है कि मानसून से पहले शहर में उत्पन्न हुई सीवरेज की ओवरफ्लो की स्थिति ने न केवल लोगों के नाक में दम किए रखा, बल्कि निगम अधिकारी भी परेशान रहे। हालांकि त्रिवेणी कंपनी के अनुसार इसमें निगम की अपनी गलतियां भी रही हैं। इसमें छप्पड़ों की सफाई के दौरान पूरी गंदगी को सीवरेज की लाइनों में डालना शामिल है। जबकि नगर निगम अधिकारी इस बदहाली का पूरा ठीकरा त्रिवेणी कंपनी के सिर ही फोड़ते रहे हैं और अभी भी फोड़ रहे हैं। इस जलभराव की समस्या से छुटकारा पाने के लिए निगम अधिकारी पिछले करीब एक माह से ही मेंटीनेंस का काम अपने हाथ में लेने की योजना बना रहे हैं। शहर में डीसि¨ल्टग का काम निगम अपने स्तर पर पिछले करीब एक माह से करने में भी जुटा हुआ है। लेकिन अब निगम अधिकारियों की फीडबैक के बाद आखिरकार वित्तमंत्री ने भी मेंटीनेंस के काम को त्रिवेणी से वापस लेने की हरी झंडी दे दी है।