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खुद के घर से लारवे की रिपोर्ट मिलने पर मलेरिया अफसर भड़के, विरोध में प्रदर्शन

सेहत विभाग के मुलाजिमों व डॉक्टर में लारवा मिलने को लेकर विवाद हो गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 12:09 AM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 12:09 AM (IST)
खुद के घर से लारवे की रिपोर्ट मिलने पर मलेरिया अफसर भड़के, विरोध में प्रदर्शन
खुद के घर से लारवे की रिपोर्ट मिलने पर मलेरिया अफसर भड़के, विरोध में प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, बठिडा : सेहत विभाग के मुलाजिमों व डॉक्टर में लारवा मिलने को लेकर विवाद हो गया। जिस पर सेहत विभाग के मुलाजिमों ने डॉक्टर के खिलाफ सिविल अस्पताल में धरना लगाया। इस दौरान चेतावनी दी कि अगर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई न की तो वह संघर्ष करेंगे। दरअसल,सेहत विभाग में तैनात इंसेक्ट कलेक्टर जतिदर सिंह ने जिला मलेरिया अफसर के घर से लारवा मिलने की रिपोर्ट तैयार कर दी। यह जब जिला मलेरिया अफसर के पास पहुंची तो उन्होंने इसका विरोध किया। उनका कहना है कि यह लोग काम न करने के लिए ऐसी साजिश रच रहे हैं।

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सिविल सर्जन दफ्तर के बाहर लगाए धरने के दौरान सेहत विभाग के मुलाजिमों ने कहा कि जिला मलेरिया अफसर डॉ. उमेश गुप्ता के घर पर जब इंसेक्ट कलेक्टर जतिदर सिंह ने जांच की तो वहां पर लारवा बरामद हुआ। इसकी रिपोर्ट जब सब्मिट की तो जिला मलेरिया अफसर इसे देखकर भड़क गए और उन्होंने इंसेक्ट कलेक्टर के साथ दु‌र्व्यवहार किया। इस मामले में 12 दिन इंतजार करने के बाद कर्मचारी प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हुए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो इसकी शिकायत सिविल सर्जन के अलावा चंडीगढ़ में उच्च अधिकारियों को करेंगे। वहीं प्रदर्शन के कारण मलेरिया व डेंगू से पीड़ित लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जिले में डेंगू के 472 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है व प्रतिदिन दर्जनों लोग सिविल अस्पताल में टेस्ट के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में बुधवार को मरीजों के टेस्ट भी नहीं हो सके।

आला अफसरों ने भी नहीं सुनी हमारी

कर्मचारी एसोसिएशन के प्रधान गगनदीप सिंह ने बताया कि विभाग के डॉक्टर की पिछले दिनों तबीयत खराब थी। इस पर अधिकारियों ने मलेरिया विभाग के कर्मचारियों को उनके घर की जांच के लिए भेजा था। इस दौरान डॉ. उमेश के घर में लारवा मिला। पिछले दिनों कर्मचारी जतिदर ने उक्त चालान की रिपोर्ट के बारे में डॉ. उमेश से बात की तो उन्होंने अभद्र व्यवहार किया। इस बारे में कर्मचारियों ने सिविल सर्जन के साथ आला अधिकारियों को अवगत करवाया, लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की। इसके बाद कर्मचारियों को धमकियां दी जाने लगी। इससे परेशान होकर मलेरिया विभाग के कर्मचारियों ने सिविल अस्पताल में काम छोड़कर अनिश्चितकाल के लिए धरना शुरू कर दिया।

ड्यूटी से बचने को कर रहे हैं बदनाम

दूसरी तरफ, जिला मलेरिया अफसर डॉ. उमेश गुप्ता ने बताया कि यह लोग काम से भाग रहे हैं। जिसके चलते ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले जतिदर सिंह को नथाना में सैंपल लेने के लिए भेजा था। जबकि उसकी ड्यूटी सुबह की लगाई थी मगर वह दोपहर दो बजे गया और 3:30 बजे वापस आ गया। जबकि उसकी वहां पर ड्यूटी चार घंटे की थी। उन्होंने कहा कि घर से किसी भी प्रकार का लारवा नहीं मिला। ऐसा कर उक्त लोग बदनाम कर रहे हैं।


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