केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ गरजे वामपंथी
फासीवाद हमले विरोधी फ्रंट की ओर से बुधवार को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ रोज गार्डन के नजदीक स्थित फ्लाईओवर के नीचे रोष प्रदर्शन किया गया।
जागरण संवाददाता, बठिडा : फासीवाद हमले विरोधी फ्रंट की ओर से बुधवार को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ रोज गार्डन के नजदीक स्थित फ्लाईओवर के नीचे रोष प्रदर्शन किया गया। इस दौरान केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। रोष प्रदर्शन के उपरांत डीसी के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकारों को मांग पत्र भी भेजे गए।
इस प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में लाए गए नए ऑर्डिनेंसों को रद करने, बिजली बिल 2020 वापस लेने, मुल्तवी किए गए लेबर कानूनों को बहाल करने, लेबर कानूनों के खात्मे की रची जा रही साजिशों को बंद करने, सेहत सेवाओं व शिक्षा का सरकारीकरण करने, गिरफ्तार किए गए बुद्धिजीवियों व सरकार विरोधी सार्वजनिक व सियासी कार्यकर्ताओं को बिना देरी रिहा करने, सरकारी नीतियों के साथ असहमति रखने वालों को मुकदमों में उलझाना बंद करने, जम्हूरियत, धर्मनिरपेक्षता, फेडरेलिज्म तथा सांझीवालता को नुकसान पहुंचाने की साजिशें रोकने व समूची जनता के बुनियादी मसलों का हल करने की मांग कर रहे थे।
रोष प्रदर्शन के दौरान आरएमपीआइ के साथी महिपाल, सीपीआइ के बलकरम सिंह बराड़, इंकलाबी केंद्र पंजाब के मुख्त्यार सिंह पूहला, लोक संग्राम मोर्चा के लोक राज महराज, सीपीआई एमएल लिबरेशन के हरविदर सेमा के अलावा अमरजीत सिंह हनी ने संबोधित किया। इस मौके पर मिट्ठू सिंह घुद्दा, जसवीर कौर सरां, जगजीत सिंह लहरा मोहब्बत, प्रितपाल सिंह रामपुरा, बलवंत सिंह मेहराज, प्रकाश सिंह नंदगढ़ भी मौजूद थे। सर्वसम्मति से ये प्रस्ताव किया पारित
इस दौरान सर्वसम्मति के साथ प्रस्ताव पारित करके बठिडा का गुरु नानक देव थर्मल प्लांट पूरी समर्था के साथ चलाने तथा इसकी हजारों एकड़ जमीन और बेशकीमती अन्य जायदादों को खुर्दबुर्द करने की साजिशें बंद करने की मांग की गई। प्रदर्शन दौरान माइक्रो फाइनांस कंपनियों की जबरन कर्जा वसूली बंद करने, सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली को भेदभाव से मुक्त करके सभी जरूरतमंद लोगों को राशन देने की मांग का प्रस्ताव भी पारित किया गया। धरने में लगातार डीजल और पेट्रोल की बढ़ाई जा रही कीमतों को रोकने तथा राज्य सरकार की ओर से हाल ही में बस किराए में की गई वृद्धि भी तुरंत वापस लेने की मांग की।