तीन दिवसीय पीपुल्स लिटरेरी फेस्टिवल में उमड़े लोग
पीपुल्स लिटरेरी फेस्टिवल रविवार को संपन्न हो गया।
संस, बठिडा : पीपुल्स लिटरेरी फेस्टिवल रविवार को संपन्न हो गया। बठिडा के टीचर होम आयोजित तीन दिवसीस इस फेस्टिवल के अंतिम दिन लोगों की भीड़ उमड़ी। एक सी फरीदकोट रियासत कर्नल बलबीर सिंह सरां, गुरशरन सिंह दी डायरी, किवें लगया संसद विच भगत सिंह दा बुत, यातरावां का लोक अर्पण किया गया। इस दौरान पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की अर्थ शास्त्री डा. अनुपमा ने कहा कि किस तरह हमारा देश पूंजीवाद विश्वकरण तहत खेती क्षेत्रों को लूट का रास्ता अपना रहा है। उन्होंने कहा कि जिन पश्चिमी देशों की बात की जाती है, उन देशों में हमारे देश से अधिक सबसिडी देनी पड़ती है। उन्होंने आकड़ों से प्रमाण से कहा कि अगर भारत के किसान को औसत 285 डालर सब्सिडी मिलती है, तो वह यूरोप के किसानों को 61 हजार डालकर सब्सिडी दी जाती है।
वहीं गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रो. डा. परमिदर सिंह ने कहा कि मौजूदा किसान लोक आंदोलन ने भारतीय लोगों की एक नई सांझ से पहचान करवाई है और सभी लोग जागरूक हो गए हैं। इस दौरान शहीद भगत सिंह लाइब्रेरी जीदा, करतार सिंह सराबा लाइब्रेरी दीवाना, शहीद भगत सिंह लाइब्रेरी दबड़ीखाना, एडवरडगंज पब्लिक लाइब्रेरी मलोट, शहीद भगत सिंह लाइब्रेरी रोड़ी की प्रबंधक कमेटियों को सम्मानित किया गया। संस्था पीपुल्स फोरम बरगाड़ी के प्रधान खुशवंत बरगाड़ी ने फिर मिलने का वाद का सभी का धन्यवाद किया। इस दौरान डा. सुरजीत, राजपाल सिंह, सतीश गुलाटी, गुरप्रीत सिद्धू, बूटा सिंह सिरसा, सुदर्शन जग्गा, गुरबिदर, रुपिदर वर्मा, गुरबिदर बराड़, अमरजीत ढिल्लों, जेसी परिदा, प्रो. अमनदीप सेखों, जसपाल मानखेड़ा, लक्षमण मलूका, रणजीत गौरव, डा. रविदर संधु व सुरिदरप्रीत घणिया शामिल हुए।