जमीन की निशानदेही को पहुंचे वक्फ बोर्ड अधिकारियों का विरोध
जमीन की निशानदेही के लिए ट्रक यूनियन पहुंचे वक्फ बोर्ड अधिकारियों का आपरेटरों ने कड़ा विरोध जताया और नारेबाजी भी की।
जागरण संवाददाता, बठिडा: फरीदकोट स्थित ट्रिब्यूनल से केस जीतने के बाद बुधवार को जमीन की निशानदेही के लिए ट्रक यूनियन पहुंचे वक्फ बोर्ड अधिकारियों का आपरेटरों ने कड़ा विरोध जताया और नारेबाजी भी की।
दरअसल, हनुमान चौक और स्टेडियम के मध्य स्थित ट्रक यूनियन के कब्जे के अधीन दस बीघा से अधिक जमीन वक्फ बोर्ड की है। ट्रक आपरेटरों के अनुसार 'दी बठिडा ट्रक आपरेटर यूनियन' के पास करीब 40 साल से यह जमीन 99 वर्षीय लीज पर है, लेकिन इसमें पांच बीघा जमीन का कब्जा वक्फ बोर्ड ने पहले ही ले रखा है। उस जमीन की चारदिवारी भी कर रखी है। बाकी जमीन को भी अपने कब्जे में लेने के लिए वक्फ बोर्ड के अधिकारी तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़ और डीएसपी गुरजीत सिंह रोमाणा, डीएसपी आसवंत सिंह के नेतृत्व में पुलिस को साथ लेकर चेकिग के लिए पहुंचे थे।
उधर, वक्फ बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी महमूद अली ने बताया कि फरीदकोट ट्रिब्यूनल से यह केस उनके हक में हो चुका है। ट्रक यूनियन की अपील खारिज हो गई है। इसलिए वे इस जमीन की चेकिग कर अगली योजना तैयार करने के लिए गए थे। जल्द यह जगह वक्फ बोर्ड अपने कब्जे में ले लेगा। 1500 गज जमीन बोर्ड की ओर से पावरकाम को दी गई है, जहां उन्होंने बिजली का ग्रिड लगाना है ताकि आसपास के क्षेत्र के लोगों को सुचारू बिजली सप्लाई मिल सके। ट्रक आपेरटरों ने दी कानूनी लड़ाई की चेतावनी
ट्रक आपरेटरों का कहना है कि इस जमीन को लेकर पिछले दस साल से वक्फ बोर्ड और ट्रक यूनियन के बीच किराए को लेकर विवाद चल रहा है। कई सालों ने वक्फ बोर्ड उनसे इस जमीन का किराया नहीं ले रहा है। ट्रक आपरेटर प्रितपाल शर्मा, मनीश जोशी, जग्गा सिंह, कर्म सिंह, बाबू सिंह, सुभाष कुमार, जसबीर सिंह, मलकीत सिंह खालसा आदि ने कहा कि वक्फ बोर्ड राजनीतिक दबाव में किसी भी तरीके से यह जमीन उनसे खाली करवाना चाहता है, लेकिन ट्रक आपरेटर इस जमीन का कब्जा नहीं देंगे। कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।