किरन को चाहिए आशा की किरन
अमरजीत माखा, मानसा एक तरफ सरकार नौजवानों को खेलों के लिए उत्साहित कर रही है, और करोड़ों रुपये स्टेड
अमरजीत माखा, मानसा
एक तरफ सरकार नौजवानों को खेलों के लिए उत्साहित कर रही है, और करोड़ों रुपये स्टेडियमों पर में खर्च रही है, मगर दूसरी और आर्थिक तंगी के चलते कई खिलाड़ी अपने मुकाम पर नहीं पहुंच रहे। जिसकी ताजा मिसाल मानसा जिले के गांव जोगा के एक गरीब परिवार की नेटबॉल में नेशनल खेलों में मेडल हासिल करने वाली खिलाड़ी किरनजीत कौर है। वह अपने परिवार की आर्थिक तंगी के कारण मुकाम पर पहुंचने के लिए सरकार से मदद की गुहार लगा रही है।
नेटबाल की नेशनल खिलाड़ी के पिता गुरजंट ¨सह ने बताया कि हमें अपनी लड़की पर गर्व है, हमारी बेटी ने गांव और जिले का नाम देश भर में रोशन किया है, लेकिन सरकार की ओर से आज तक उसकी कोई वित्तीय मदद नहीं की गई। उन्होंने सरकार से मांग की कि उनकी बेटी को सहायता दी जाए ताकि वह नेटबॉल के खेल में पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन कर सके।
खिलाड़ी किरनजीत कौर ने बताया कि वह
अपने मां बाप का और जिले का नाम पूरी दुनिया में रोशन करना चाहती है। उसकी छोटी बहन भी नेटबॉल की खिलाड़ी है, और छोटा भाई कबड्डी का खिलाड़ी है। नेशनल लेवल पर खेल चुकी किरनजीत कौर के घर की हालत इतनी खस्ता है कि कुछ दिन पहले एक कमरे की छत गिर गई थी और सारा परिवार एक कमरे में ¨जदगी व्यतीत कर रहा है। इस समय वह यूनिवर्सिटी कॉलेज ढिल्लवां (बरनाला ) में पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में अपने मुकाम पर पहुंचने के लिए मेहनत कर रही है। किरनजीत कौर ने इंटर कॉलेज में भी नेटबॉल में पहला स्थान हासिल किया था,
घर की आर्थिक तंगी के कारण हमें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, कई बार तो किराए के लिए पैसे भी नहीं होते,उसका कहना है कि उसके परिवार वाले दूध बेच कर उसकी खेलों पर पैसे लगा रहे हैं।
लेकिन सरकार की ओर से उनकी कोई मदद नहीं की गई है। दूसरी और गांव के गुरजीत ¨सह ने बताया कि हमें किरनजीत कौर पर गर्व है उसने खेलों में उनके गांव का नाम पूरे देश में रोशन किया है, आर्थिक तंगी के चलते किरनजीत कौर के मां बाप अपनी बेटी को मुकाम पर पहुंचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से आज तक किसी ने में इस परिवार की सुध नहीं ली। उन्होंने सरकार से मांग की कि उसकी आर्थिक तौर पर मदद की जाए।