कॉपी..जसप्रीत ने रची थी किडनैप करने की साजिश, गांधी ने किया कत्ल
अनमोल के फेसबुक दोस्तों ने अपनी उधारी चुकाने व काम शुरू करने के लिए ही अनमोल की हत्या कर डाली। पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने माना कि उन्होंने पैसे के लालच में इस वारदात को अंजाम दे दिया। पूछताछ में आरोपितों ने माना कि अनमोल को मारने की साजिश जसप्रीत की थी, जबकि उसकी हत्या गांधी ने की। पुलिस जांच में आरोपितों ने माना कि यह कत्ल उन्होंने किया है। उन्होंने कहा कि यह साजिश अनमोल को मारने के लिए नहीं रची थी। उन्होंने तो सिर्फ किडनै¨पग का ड्रामा करके पैसे ही एंठने थे, लेकिन बाद में उसको मारना मजबूरी बन गया।
गुरप्रेम लहरी, ब¨ठडा
अनमोल के फेसबुक दोस्तों ने अपनी उधारी चुकाने व काम शुरू करने के लिए ही अनमोल की हत्या कर डाली। पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने माना कि उन्होंने पैसे के लालच में इस वारदात को अंजाम दे दिया। पूछताछ में आरोपितों ने माना कि अनमोल को मारने की साजिश जसप्रीत की थी, जबकि उसकी हत्या गांधी ने की। पुलिस जांच में आरोपितों ने माना कि यह कत्ल उन्होंने किया है। उन्होंने कहा कि यह साजिश अनमोल को मारने के लिए नहीं रची थी। उन्होंने तो सिर्फ किडनै¨पग का ड्रामा करके पैसे ही एंठने थे, लेकिन बाद में उसको मारना मजबूरी बन गया।
शुरू करना चाहता था काम, नहीं थे पैसे
गांधी ने बताया कि जसप्रीत काम शुरू करना चाहता था, लेकिन उसके पास कोई पैसा नहीं था। उसने पैसा कमाने की एक तरकीब बनाई। उन्होंने मुझे कहा कि हम अनमोल को किडनैप करते हैं। किडनैप करने के बाद पैसे मांगेंगे और उस पैसे से जसप्रीत अपना काम शुरू करेगा, जबकि मैंने किसी से ली हुई उधारी की रकम वापस करनी थी। मुझे यह लालच था कि उधार लिए हुए 25 हजार रुपये इन पैसों से लौटा दूंगा। लेकिन जसप्रीत ने उनको किडनै¨पग के बाद अनमोल को मारने के लिए मुझे किरच थमा दी और उसने वारदात को अंजाम दे दिया।
जान से मारने का नहीं था प्लान
जसप्रीत ने बताया कि अनमोल को जान से मारने का उनका बिलकुल भी मन नहीं था। उसे मारना हमारी मजबूरी बन गई। उन्होंने कहा कि जब अनमोल को किडनैप किया, तो बाद में सोचा कि अगर उसके पिता से पैसे लेकर इसको छोड़ दिया, तो वह हमें जानता है। हमारी पहचान पता चल जाएगी और हमें अनमोल के परिजन पुलिस के हवाले कर देंगे। इसके चलते पहले उन्होंने अनमोल को मौत के घाट उतारा और फिर फिरौती की मांग की। जसप्रीत पहले करता था मोबाइल ठीक करने का काम
थाना रामपुरा फूल की एसएचओ गुरप्रीत कौर मान ने बताया कि रामपुरा वासी जसप्रीत पहले मोबाइल की दुकान पर काम सीखता था। लेकिन उसके लक्षण ठीक न होने के चलते उसको काम से हटा दिया गया। जबकि गांधी कोई कामकाज नहीं करता था। उसके सिर पर 20-25 हजार रुपये की उधारी हो गई थी। पांच दिन का मिला पुलिस रिमांड
एसएसपी डॉ. नानक ¨सह ने बताया कि आरोपितों का पांच दिन का पुलिस रिमांड मिल गया है। उनसे अभी और पूछताछ की जाएगी। यह भी संभावना है कि उन्होंने इससे पहले भी किसी अन्य वारदात को अंजाम दिया हो।