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गांव हररायपुर आया पीलिया की चपेट में, 200 लोग प्रभावित

जिले के गांव हररायपुर में पीलिया कहर बरपा रहा है। इस गांव में पीलिया व लीवर के इंफेक्शन के 200 संदिग्ध मरीज मिले हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 12:45 AM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 06:26 AM (IST)
गांव हररायपुर आया पीलिया की चपेट में, 200 लोग प्रभावित
गांव हररायपुर आया पीलिया की चपेट में, 200 लोग प्रभावित

गुरप्रेम लहरी, प्रितपाल सिंह, बठिडा

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जिले के गांव हररायपुर में पीलिया कहर बरपा रहा है। इस गांव में पीलिया व लीवर के इंफेक्शन के 200 संदिग्ध मरीज मिले हैं। जिससे गांव में हडकंप मच गया है। लोगों को अपनी चिता सताने लगी है। दस्त व उल्टियां लगने के बाद लोग अपने मरीजों को बठिडा के प्राइवेट अस्पतालों में दाखिल करवाने लगे हैं। उधर, सेहत विभाग के भी हाथ-पांव फूल गए हैं और उन्होंने गांव में चेकिग के लिए टीमें भेज दी हैं। आरओ खराब होने पर वाटर सप्लाई का पानी पीने को मजबूर गांववासी

गांव में भले ही सरकार द्वारा आरओ प्लांट लगाया गया है, लेकिन वह लंबे समय से खराब पड़ा है। ऐसे में लोग वाटर व‌र्क्स का पानी पीने को मजबूर हैं। बरसात के दिनों में जब बारिश हुई तो गांव के गटरों का गंदा पानी वाटर सप्लाई की पाइपों में चला गया। जब वाटर व‌र्क्स से पानी छोड़ा गया तो वह घरों में सप्लाई हो गया। लोगों द्वारा इसे इस्तेमाल कर लिया गया और कुछ दिनों बाद इसने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। सबसे पहले गांव के बच्चों पर इसका कहर बरपा और बच्चे बीमार हो गए। उनको शहर के विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। गांव वासी राजवीर सिंह ने बताया कि उनके बेटे जोधवीर को पहले पेट दर्द हुआ और बाद में बुखार हो गया। इसका टेस्ट करवाया तो डॉक्टर ने उसे पीलिया के लक्ष्य बताए हैं। उसको अब बठिडा भर्ती करवाया गया है।

गुरदीप सिंह ने बताया कि उनका बेटा अजयदीप सिंह, जगसीर सिंह का बेटा अमनदीप सिंह,राजविदर सिंह का बेटा लवदीप सिंह भी पीलिया से पीड़ित है। इन सभी को बठिडा के विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

गांव में ही लैब संचालित करने वाले राजपाल सिंह ने बताया कि उनके पास हर रोज लोग टेस्ट करवाने के लिए आ रहे हैं और हर रोज करीब दर्जन भर मरीजों को पीलिया की पुष्टी हुई है। गांव में दो सौ से ऊपर पीलिया के मरीज होंगे।

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35 सदस्यीय टीम ने किया दौरा

पीलिया की सूचना मिलने पर सेहत विभाग भी हरकत में आ गया और उन्होंने 35 सदस्यीय टीम को गांव हररायपुर भेजा। उन्होंने भी पुष्टि की कि गांव में दर्जनों लोग दस्त, उल्टियां, डायरिया व पीलिया आदि से पीड़ित हैं। गांव के मरीजों की जांच करने के लिए चंडीगढ़ से दो सदस्यीय टीम विशेष तौर पर पहुंची। इसमें डॉ. मोनिका वशिष्ट व सीमा अग्रवाल मौजूद रहीें। पीलिया के लक्षण

भूख न लगना, उल्टी-दस्त लगना, चमड़ी व नाखूनों में पीलापन और बुखार आना।

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स्वास्थ्य विभाग की सलाह

- पानी को उबाल कर पीएं।

- खुले में शौच न करें।

- खाने से पहले फलों व सब्जियों को अच्छी तरह धो कर खाएं।

- संतुलित और गरम खाना खाएं। बच्चों को पेट में हुआ दर्द तो चला पता : सरपंच

गांव में दर्जनों बच्चों के पेट में दर्द होने लगा और उल्टियां हुई। जब उनको चेक कराया तो पीलिया की पुष्टि हो गई। अब उनको परिवारों द्वारा विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

जगमीत सिंह, सरपंच, गांव हररॉयपुर इलाज शुरू करवा दिया है : सिविल सर्जन

गांव में प्रदूषित पानी सप्लाई हो जाने के बाद कई मरीजों को पीलिए की पुष्टि हुई है। हमने टीमें बना कर डाक्टरों को गांव में भेज दिया है। पॉजिटिव मिलने वाले मरीजों का इलाज शुरु कर दिया गया है।

अमरीक सिंह,सिविल सर्जन


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