जीत के बाद बठिडा पहुंची हरसिमरत ने कहा, शहरवासियों की सदा आभारी रहूंगी
बठिडा से हरसिमरत कौर बादल की जीत की खबर मिलते ही अकाली भाजपा वर्करों ने जश्न मनाने शुरू कर दिए।
जागरण संवाददाता, बठिडा : बठिडा से हरसिमरत कौर बादल की जीत की खबर मिलते ही अकाली भाजपा वर्करों ने जश्न मनाने शुरू कर दिए। कहीं पर गुलाल खेला गया तो कहीं पर डीजे लगाकर डांस किया गया। यहीं नहीं खुशी में लड्डुओं से एक दूसरे का मुंह भी मीठा करवाया गया। वहीं जीत के बाद लोग गांव बादल स्थित उनके निवास पर पहुंचे, जहां पर महिलाओं ने हरसिमरत कौर बादल के साथ गिद्दा डाला। साथ ही उनको जीत की बधाई भी दी। इसके बाद वह बठिडा पहुंचीं, जिस दौरान फायर ब्रिगेड चौक में शहर से लीड मिलने पर शहरवासियों का धन्यवाद किया। वहीं कहा कि वह बठिडा के लोगों की सदा आभारी रहेंगी। उन्होंने फिर से उनको जीताकर संसद में भेजा है। इस दौरान लाइन पार एरिया के पूर्व पार्षद विजय कुमार ने उनको एक हार भी दिया, जिस पर सुखबीर सिंह बादल व हरसिमरत कौर बादल के बचपन की तस्वीरें थीं। इसके बाद वह धन्यवादी रोड शो निकालकर तलवंडी साबो निकल गई, जहां पर उन्होंने गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका।
इस दौरान हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि परमात्मा की कृपा से ही वह जीत हासिल कर पाई हैं। जबकि विरोधियों ने तो उनको हराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन पर बेअदबी के आरोप लगाए, अगर ऐसा होता तो वह कभी नहीं जीत पाती। मगर इस बार वह पिछली बार से भी ज्यादा वोट हासिल कर जीती हैं, यह सब लोगों का प्यार व उनका विश्वास है। वहीं बताया कि लोगों ने विकास को ही पहल दी है। साथ ही बताया कि आने वाले समय में बठिडा के विकास के लिए लगातार काम किए जाएंगे।
मनप्रीत बादल के दफ्तर
में पसरा रहा सन्नाटा
बठिडा में अकाली-भाजपा प्रत्याशी हरसिमरत कौर बादल की जीत होने के बाद कांग्रेसी वर्करों व नेताओं में मायूसी छा गई। शाम के समय नतीजा आने के बाद जिला परिषद के पास स्टेडियम के सामने बने वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर में सन्नाटा छाया रहा। जहां पर कोई भी कांग्रेसी वर्कर देखने को नहीं मिला। इसके अलावा 100 फीट रोड पर स्थित पावर हाऊस रोड के चौक में बनाए गए कांग्रेस प्रत्याशी अमरिदर सिंह राजा वडि़ग के दफ्तर में भी कोई देखने को नहीं मिला। जबकि उसके पास ही बने हरसिमरत कौर बादल के दफ्तर में भीड़ नजर आई। नतीजा आते ही मायूस
लौटे कांग्रेसी
बठिडा के आईएचएम व पेस्को में बनाए गए काउंटिग सेंटर में सुबह से शाम तक अकाली व कांग्रेसी समर्थकों की हार्ट बीट घटती बढ़ती रही। इस दौरान कभी हरसिमरत कौर बादल की वोट कम होती तो कभी बढ़ती, लेकिन उनकी लीड हमेशा ही आगे रहती। जब वोट घटती तो कांग्रेसी समर्थकों को लगता कि अब राजा आगे जाएगा, लेकिन यह आखिरी रूझान तक नहीं हुआ। अंत में जब नतीजा आया तो कांग्रेसी वर्कर मायूस हो गए और वापिस लौटने लगे।