एमपी फंड नहीं किया इस्तेमाल, हरसिमरत ने लगाई जिला अधिकारियों की क्लास
सांसद के तौर पर आवंटित फंड का उपयोग न करने पर अधिकारियों की क्लास लगाई।
जागरण संवाददाता, बठिडा: पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने जिला प्रशसन को विभिन्न विकास व समाज कल्याण के कार्यो के लिए सांसद के तौर पर आवंटित फंड का उपयोग न करने पर अधिकारियों की क्लास लगाई।
जिला विकास एवं निगरानी कमेटी की मीटिग करने के बाद उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए राशन हों या गर्भवती महिलाओं की सहायता के लिए धन, या विकास कार्यों के लिए दिया गया धन, किसी का उपयोग प्रशासन द्वारा किया ही नहीं गया। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय योजनाओं की जानकारी लेकर उनको अपने लोकसभा हल्के में सही ढंग से लागू करने की भी अपील की। बादल ने प्रशासन से कहा कि जिन गांवों में काम रुके हुए हैं, कम से कम उन गावों में तो काम जल्द पूरे करवाए जाएं। अस्पतालों के लिए सफाई कर्मचारियों को भर्ती भी की जाए। लोगों को विकास व कल्याण से वंचित रख रहा प्रशासन
बादल ने कहा कि 2014 से 2019 तक सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान क्षेत्र विकास (एमपीएलएडी) फंड, जो उन्होंने बठिडा को आवंटित किया था, उसे बिना इस्तेमाल किए लौटा दिया गया। उन्होंने अबभी 16वीं लोकसभा के दौरान आवंटित कामों के लिए फंड का इस्तेमाल नहीं किया है, जबकि उन्होंने 17वीं लोकसभा कार्यकाल के लिए भी धन जारी कर दिया है। इस स्थिति को बेहद अफसोसजनक बताते हुए उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन विकास व कल्याण दोनों से लोगों को वंचित कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को रेहड़ीवालों को 10 हजार रुपये की सहायता जैसी केंद्रीय योजनाओं की जानकारी नहीं थी, जिससे शहर में व्यापक तौर पर अच्छी मदद हो सकती थी। निगम चुनाव में घोंटा गया लोकतंत्र का गला
स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर हरसिमरत कहा कि यह सबने देखा है कि नगर निगम चुनावों के दौरान लोकतंत्र का कैसे गला घोटा गया। यह लोगों के समय व सरकारी धन की बर्बादी थी, क्योंकि चुनाव जीतने के लिए पुलिस बल का दुरुपयोग किया गया। उन्होंने कैप्टन अमरिदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार पर आरोप लगाते हुए पेट्रोल-डीजल की आसमान छूने वाली कीमतों का उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे लोगों को बार-बार मुर्ख बनाया जा रहा है। पहले राज्य सरकार को पेट्रोल, डीजल व एलपीजी पर वैट कम करना चाहिए, तभी वह केंद्र से कुछ कर कम करने के लिए कह सकते हैं। आगामी विधानसभा चुनावों में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को काम पर रखे जाने के बारे में कहा कि वह अब झूठे वादों के साथ मतदाताओं को मूर्ख बनाने की नई चालें तैयार करेंगे।