हरसिमरत बादल ने मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की
आपराधिक लापरवाही की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
जागरण संवाददाता, बठिडा : पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने बठिडा सिविल अस्पताल प्रबंधन की ओर से की गई आपराधिक लापरवाही की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। जिसके कारण पिछले कई हफ्तों से मरीजों को एचआइवी पाजिटिव खून चढ़ाया गया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से इस मामले में कार्रवाई न करने पर फटकार लगाई। बादल ने जोर देकर कहा कि वह बठिडा सिविल अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से इस आपराधिक कृत्य में सभी दोषियों की तत्काल जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग करती हैं। पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी पीएसएसीएस की एक टीम, जिसने कुछ मरीजों को एचआईवी पॉजिटिव रक्त चढ़ाने की जांच करते हुए अस्पताल में कई हफ्तों से रक्तदान के मानदंडों का उल्लंघन पाया गया है।
बादल ने अस्पताल प्रबंधन द्वारा अनुचित गलती के लिए सिविल सर्जन को फटकार लगाई। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आरोपितों को जवाबदेह बनाए जाने और अनुकरणीय सजा की मांग करते हुए कहा कि केवल एक उच्चस्तरीय स्वतंत्र जांच ही यह तय कर सकती है कि इस घोर गलती को छह महीने तक चलने की अनुमति कैसे दी गई।
बादल ने कहा कि यह उचित ही है कि कैप्टन अमरिदर सिंह को उन लोगों की मुफ्त जांच सुनिश्चित करनी चाहिए जिन्होंने संबधित ब्लड बैंक से खून लिया तथा हर एक के लिए मुफ्त इलाज किया जाए। जिन्हे इसके कारण साइड इफेक्ट या घातक बीमारी को सहन करना पड़ेगा। बादल ने कहा कि अस्पताल में उचित प्रोटोकाल का पालन करने के लिए रक्त परीक्षण की वैकल्पिक व्यवस्था की जा सकती थी।