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पहले महाराजा से प्रदेश परेशान, अब छोटा राजा भेज दिया : हरसिमरत

पहले महाराजा ने पंजाब को परेशान कर रखा है अब छोटे राजा को भेज दिया। दोनों अमरिदर पंजाब के लोगों को परेशान करने के लिए कांग्रेस ने भेज रखे हैं। एक अमरिदर सिंह महाराजा है तो दूसरा अमरिदर सिंह राजा है। यह शब्द केंद्रीय मंत्री व शिअद प्रत्याशी हरसिमरत कौर बादल ने कहे। वे संसदीय क्षेत्र के गांव नंगला में संबोधित कर रही थीं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 May 2019 08:00 PM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 08:00 PM (IST)
पहले महाराजा से प्रदेश परेशान, अब छोटा राजा भेज दिया : हरसिमरत
पहले महाराजा से प्रदेश परेशान, अब छोटा राजा भेज दिया : हरसिमरत

जासं, बठिडा : पहले महाराजा ने पंजाब को परेशान कर रखा है अब छोटे राजा को भेज दिया। दोनों अमरिदर पंजाब के लोगों को परेशान करने के लिए कांग्रेस ने भेज रखे हैं। एक अमरिदर सिंह महाराजा है तो दूसरा अमरिदर सिंह राजा है। यह शब्द केंद्रीय मंत्री व शिअद प्रत्याशी हरसिमरत कौर बादल ने कहे। वे संसदीय क्षेत्र के गांव नंगला में संबोधित कर रही थीं।

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हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि भले ही राजा की रानी दस साल केंद्र में वजीर रहीं, लेकिन पंजाब के लिए कुछ नहीं किया। पंजाब के लिए तो क्या करना था, अपने शहर पटियाला के लिए भी कुछ नहीं किया। राजे ने खुद तो क्या काम करना था बल्कि एम्स की दो साल तक मंजूरी रोक कर रखी। वह एक बार केंद्र में वजीर बनीं तो पहली बार में ही विकास कार्यों की झड़ी लगा दी। एम्स के बठिडा में आ जाने से सभी वर्गो के लोगों को फायदा होगा। इससे जहां छात्र अपनी मेडिकल की पढ़ाई कर पाएंगे वहीं मरीजों का इलाज भी होगा। इसके अलावा हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। मेडिकल व पैरा मेडिकल के अलावा इंजीनियरों व अन्य वर्ग के लोगों को रोजगार मिलेगा। राजा बताए कि ढाई साल के कार्यकाल में उन्होंने किस वर्ग को क्या दिया। न पिछले ढाई सालों में किसी को कुछ दिया और न ही आने वाले ढाई सालों में कुछ देना है। उन्होंने देना तो क्या था जो हम दे रहे थे, उसको भी बंद कर दिया। आटा दाल स्कीम, बुढ़ापा पेंशन, विधवा पेंशन, शगुन स्कीम, आंगनबाड़ी सेंटर बंद कर दिए। एक भी ऐसा काम नहीं जो उन्होंने शुरू कराया हो। सभी बंद ही करवाए हैं।

बेअदबी मामले में हरसिमरत बादल ने कहा कि बरगाड़ी में लगाया गया धरना फर्जी था। इसको सरकार का सरंक्षण प्राप्त था। धरना लगाने के लिए हर प्रकार की मदद की गई। बेअदबी मामले में फर्जी कमिशन बिठा दिया गया। असल में लोगों को गुमराह करने के लिए यह सब किया गया। असल मुद्दे तो ये हैं कि नशे की होम डिलिवरी हो रही है और किसान खुदकुशी कर रहे। युवा नशों पर लगे हुए हैं।

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