एल-3 के सात बेड की मंजूरी के बावजूद ग्लोबल अस्पताल ने भर्ती किए 33 मरीज
अब जांच कमेटी ने माल रोड पर स्थित ग्लोबल केयर अस्पताल की जांच रिपोर्ट डीसी को सौंप दी है।
जासं,बठिडा: शहर के विभिन्न निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों से हो रही लूट की शिकायत पर सेहत विभाग की टीम अब तक करीब छह अस्पतालों से मरीजों का रिकार्ड हासिल कर चुकी है। अब जांच कमेटी ने माल रोड पर स्थित ग्लोबल केयर अस्पताल की जांच रिपोर्ट डीसी को सौंप दी है। रिपोर्ट में अस्पताल को दोषी ठहराते हुए एक जून से 31 जुलाई तक कोविड के नए मरीज भर्ती न करने को कहा गया है।
जांच रिपोर्ट के अनुसार ग्लोबल अस्पताल को एल-3 के सात बेड की मंजूरी विभाग की तरफ से दी गई थी, जबकि वहां 33 मरीज भर्ती किए गए थे। अस्पताल प्रबंधन ऐसा कर डीसी के आदेशों का उल्लंघन कर रहा था। डीसी बी श्रीनिवासन ने बताया कि ग्लोबल अस्पताल ने हिदायतों का उल्लंघन किया है। सिविल सर्जन की तरफ से मामले में की गई पड़ताल के दौरान मौके पर मिली कमियों को ध्यान में रखते हुए ग्लोबल अस्पताल में एक जून से 31 जुलाई 2021 तक कोविड-9 के नए मरीजों को दाखिल करने पर रोक लगा दी गई है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि अस्पताल में दाखिल मरीजों का अस्पताल प्रबंधन की तरफ से पहले की तरह ही इलाज किया जा सकेगा, जबकि नए मरीज भर्ती नहीं किए जाएंगे।
दरअसल, सिविल सर्जन ने अस्पताल में हुई जांच के बाद डीस दफ्तर को रिपोर्ट सौंपी थी। इसके उपरांत डीसी दफ्तर की ओर से ग्लोबल अस्पताल के मैनेजिग डायरेक्टर को शो-काज नोटिस जारी किया गया। जवाब मिलने पर सिविल सर्जन से दोबारा रिपोर्ट मांगी गई। सिविल सर्जन की जांच रिपोर्ट के अनुसार ग्लोबल अस्पताल में नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। अस्पताल में रेट लिस्ट भी नहीं लगाई गई थी। इसके अलावा एल-3 के सात बेड की मंजूरी के बावजूद 33 मरीज भर्ती कर रखे थ। सिविल सर्जन ने इन मामलों में उक्त अस्पताल को दोषी ठहराते हुए डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट, 2005 की धारा 51 से 60 और इंडियन पैनल कोड की धारा 188 अधीन कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सौंपी, जिस पर डीसी की ओर से अस्पताल के खिलाफ उक्त कार्रवाई की गई।