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मुफ्त बस सेवर शुरू, सरकारी बसों में बढ़ी महिला यात्रियों की संख्या

सरकारी बसों में महिला यात्रियों के लिए मुफ्त सफर करने की सुविधा को एक अप्रैल से शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Apr 2021 06:15 AM (IST)Updated: Fri, 02 Apr 2021 06:15 AM (IST)
मुफ्त बस सेवर शुरू, सरकारी बसों में बढ़ी महिला यात्रियों की संख्या
मुफ्त बस सेवर शुरू, सरकारी बसों में बढ़ी महिला यात्रियों की संख्या

जागरण संवाददाता, बठिडा: पंजाब सरकार की ओर से सरकारी बसों में महिला यात्रियों के लिए मुफ्त सफर करने की सुविधा को एक अप्रैल से शुरू कर दिया है। इसके पहले ही दिन वीरवार को बठिडा के बस स्टैंड पर सरकारी बसों में अन्य दिनों के मुकाबले महिला यात्रियों की काफी भीड़ देखने को मिली। हालांकि यह सुविधा केवल पंजाब की महिलाओं के लिए है तो उनको पहचान के तौर पर पर अपने पास आधार कार्ड या अन्य कोई भी पहचान पत्र रखना होगा। पहले दिन ज्यादातर महिलाओं के पास कोई पहचान पत्र नहीं था। मगर इसके बाद भी महिला यात्रियों को बसों में फ्री सफर करवाया गया। दूसरी तरफ प्राइवट बस आपरेटर बस स्टैंड पर यात्रियों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए कोशिशें करते रहे।

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पंजाब सरकार ने बेशक यह सुविधा केवल सरकारी बसों में शुरू की है लेकिन जहां पर सरकारी बसें नहीं चलती, वहां पर तो महिलाओं को किराया ही देना पड़ेगा। इसकी सबसे ज्यादा समस्या ग्रामीण एरिया में है। ग्रामीण एरिया में 90 फीसद प्राइवेट ट्रांसपोर्ट है, जहां पर मिनी बसों को संचालन होता है। ऐसे में ग्रामीण एरिया की महिलाएं यह सुविधा नहीं ले पाएंगी। इसके अलावा बठिडा बस स्टैंड से अधिकतर रूट ऐसे भी निकलते हैं, जहां पर 80 फीसद से ज्यादा प्राइवेट बसें चलती हैं। इनमें बठिडा-अमृतसर या बठिडा-लुधियाना दो मुख्य रूट हैं, जहां पर सरकारी बसों की सर्विस काफी कम है। मगर इसके बाद भी महिलाएं बस स्टैंड पर सरकारी बसों का इंतजार करती हैं। जबकि चंडीगढ़ के लिए तो सरकारी व प्राइवेट बसों की सर्विस एक जैसी है। बठिडा डिपो के जीएम रमन शर्मा ने बताया कि अभी साफ्टवेयर को अपडेट किया जा रहा है, जिसके बाद महिलाओं को 0 रुपये की टिकट दी जाएगी। बसों में अब यात्रियों की गिनती बढ़ने लगी है।

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महिलाओं ने सराहा सरकार का फैसला

बठिडा से कोटकपूरा जाने वाली बलजीत कौर ने बताया कि वह अपने साथ आधार कार्ड लेकर आई है। वहीं गुरनाम कौर ने बताया कि उसको पता नहीं था कि आज से महिलाओं के बसों में पैसे नहीं लगेंगे। अगर पता होता तो वह अपने साथ आधार कार्ड लेकर आती। इसके अलावा चंडीगढ़ जाने वाली युवती प्रीत ने बताया कि सरकारी बसों का टाइम कम है, जिस कारण उसको प्राइवेट बस में ही सफर करना पड़ेगा। ------------

सरकार हमारे लिए भी कुछ करे: जलाल

पंजाब सरकार की ओर से बसों में महिला यात्रियों के लिए सफर फ्री कर देने के बाद प्राइवेट बसों में सवारियों की गिनती काफी कम हो गई। इसको लेकर प्रधान रवि जलाल का कहना है कि गांवों में ज्यादातर रूटों पर प्राइवेट बसें चलती हैं, जिसको देखते हुए सरकार को उनको भी आर्थिक तौर पर मदद देनी चाहिए। सरकार को चाहिए कि उनको वैट में छूट दे।

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लागू करने से पहले हुआ था सर्वे

पंजाब सरकार ने 8 मार्च के बजट में महिलाओं को बसों में फ्री सफर करने का एलान किया था। इसको लागू करने से पहले बसों में महिला यात्रियों की एवरेज का सर्वे भी करवाया गया। इसके लिए बसों के ड्राइवरों व कंडक्टरों को हिदायत दी गई थी कि वह बसों में सफर करने वाले पुरुषों व महिलाओं की गिनती परफार्मा पर दर्ज करें। इसके बाद यह बात निकल कर सामने आई कि बठिडा में 45 फीसद महिलाएं बसों में सफर करती हैं। बठिडा डिपो में अगर सरकारी बसों की बात की जाए तो यहां हर रोज 30 हजार के करीब यात्री सफर करते हैं। जिसमें से 12 हजार महिलाएं केवल सरकारी बसों में सफर करती हैं। इसके साथ ही इतनी ही महिलाएं प्राइवेट बसों में भी सफर करती हैं, जिसके चलते हर रोज 20 हजार से ज्यादा महिलाओं के किराए की बचत होगी।


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