किसानों ने सीसीआइ दफ्तर का किया घेराव
नरमे की सरकारी खरीद शुरू करवाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन उगराहां ने कॉटन कारपोरेशन ऑफ इंडिया के दफ्तर का घेराव किया। इस धरने में बठिडा के अलावा मानसा मुक्तसर व फाजिल्का जिले के किसान भी शामिल हुए।
जागरण संवाददाता, बठिडा : नरमे की सरकारी खरीद शुरू करवाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन उगराहां ने कॉटन कारपोरेशन ऑफ इंडिया के दफ्तर का घेराव किया। इस धरने में बठिडा के अलावा मानसा, मुक्तसर व फाजिल्का जिले के किसान भी शामिल हुए। धरने में सीसीआइ के जनरल मैनेजर नीरज कुमार ने प्रदर्शनकारियों को आवश्वासन दिया कि शनिवार से मंडियों में नरमे की सरकारी खरीद को शुरू करवा दिया जाएगा, जिस दौरान आठ फीसद नमी वाली शर्त को भी हटा दिया जाएगा। इसके बाद किसानों ने अपने प्रदर्शन को समाप्त कर दिया। धरने को लेकर काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था।
धरने के दौरान राज्य सचिव शिगारा सिंह मान ने बताया कि नरमे की फसल लगभग बिक चुकी है, मगर सीसीइ के अधिकारियों ने मंडियों में नरमे की खरीद को शुरू नहीं किया, जिन मंडियों में खरीद इंस्पेक्टर गए हैं, वहां भी शर्तों को इतना ज्यादा लगा दिया कि फसल की खरीद ही नहीं हो पा रही। इसके तहत नरमे में नमी की मात्रा आठ फीसद से ज्यादा होने पर खरीद नहीं की जा रही। इसके कारण किसानों को अपनी फसल प्राइवेट व्यापारियों को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जिला मानसा के प्रधान राम सिंह भैणीबाघा ने बताया कि स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों के अनुसार नरमे का रेट कम से कम आठ हजार रुपये प्रति क्विंटल बनता है। सरकार ने सिर्फ 5450 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। इस कारण किसानों का आर्थिक नुकसान हो रहा है।
जिला मुक्तसर के प्रधान पूर्ण सिंह दोदा व फाजिल्का के कार्यकारी सचिव सतपाल सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार असल में नरमे की सरकारी खरीद को बंद करना चाहती है। किसान नेताओं ने मांग की कि मंडियों में सीसीआइ द्वारा नरमे की खरीद को शुरू करवाया जाए व बिकी हुई फसल की किसानों को 24 घंटे में अदायगी की जाए। इस प्रदर्शन को लेकर किसान पिछले कुछ समय से तैयारी कर रहे थे। इस मौके पर हरजिदर सिंह बग्गी, बसंत सिंह कोठागुरु, मोठू सिंह, गुरादित्ता सिंह, हरिदर बिदू आदि उपस्थित थे।